केंद्र ने सस्ते एवं घटिया चीनी सामान की जानकारी मांगी, चीन से इनका इम्पोर्ट कम कर भारत में ही होगा प्रोडक्शन

नई दिल्ली । देश में चीन से आने वाले घटिया श्रेणी के सामान के इम्पोर्ट पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने तैयारी कर ली है। सरकार ने उद्योग जगत से ऐसे सामान की जानकारी मांगी है, जिन्हें देश में ही बनाया जा सकता है। सरकार यह जानकारी भी जुटा रही है कि टैक्स कम करके क्या देश में बने इस तरह के सामान को विदेशों की तुलना में सस्ता बनाया जा सकता है? दरअसल, देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। हाल ही में इसे लेकर पीएमओ में एक बैठक हुई थी। इसमें चीन से होने वाले आयात को कम कर उसकी निर्भरत कम करने के उपाय भी तलाशे गए। उद्योग से जुड़े सूत्र का कहना है कि इन सामान को लेकर अपनी रिपोर्ट जल्द ही वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय को दी जाएगी।
देश में बड़ी मात्रा में चीन से इम्पोर्ट होता है सामान
चीनी सामान आयात (%)
स्मार्ट फोन 75
इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंटस 67
फार्मास्यूटिकल्स इनग्रेडिएंटस 67
कंज्यूमेबल ड्यूरेबल्स 45
चमड़े के सामान 38
ऑटो पार्ट्स कंपोनेंट 18
चीनी मोबाइल एप भारत में करीब 8 अरब रुपए का कारोबार करते हैं।
यह सामान देश में ही हो सकते हैं तैयार रिस्ट वॉच, दीवार घड़ी, इंजेक्शन की शीशी, कांच की छड़ें एवं ट्यूब, हेयर क्रीम, हेयर शैंपू, फेस पाउडर, आंखों एवं होठों की सौंदर्य सामग्री, प्रिंटिंग इंक, पेंटस एवं वार्निश तथा तंबाकू से जुड़े कुछ उत्पाद। सरकार ने विदेश से आने वाली इन वस्तुओं की देसी सामान की कीमत से तुलना करने को कहा है।
भारत के आयात में चीन की 14% हिस्सेदारी
चीन से देश में सेल फोन, दूरसंचार, विद्युत, प्लास्टिक के खिलौनों एवं दवा बनाने में काम आने वाले कच्चे माल का प्रमुख सप्लायर है। इसके अलावा चीन से भारत में म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंटस, खेल के सामान, फर्नीचर, गद्दे, प्लास्टिक, इलेक्ट्रिकल मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसी चीजों का आयात होता है।