15 की जगह 45 दिन चली नालों की सफाई, फिर घरों- बस्तियों में भर रहा बारिश का पानी

भोपाल । मानसून दहलीज पर आ चुका है, जिससे झमाझम बारिश का दौर भी शुरू हो चुका है। नाले-नालियां चोक होने से सड़कों, चौक-चौराहों सहित निचली बस्तियों में पानी भर रहा है। हालांकि, गनीमत ये है कि अब तक जलभराव और बाढ़ के हालात नहीं बने। लेकिन मानसूनी बारिश में बाढ़ के हालात बन सकते हैं। क्योंकि अब तक नाला सफाई अधूरी है। वह भी तब जब नगर निगम के इतिहास में सबसे लंबा नाला सफाई अभियान चलाया गया। एक मई से नाला सफाई अभियान जारी है, लेकिन अब तक 90 फीसदी नालों की ही सफाई हो सकी है। इधर, नगर निगम का यह दावा जमीनी हकीकत से परे है। वह भी इसलिए, क्योंकि पिछले एक हμते में नगर निगम आयुक्त वीएस चौधरी ने जितने भी नालों का जायजा लिया, उनमें से ज्यादातर में सफाई का काम चल रहा है। मलबा नालों के किनारे डंप है, जो बारिश में वापस नालों में जा रहा है। बता दें कि 12 जून को स्वास्थ्य शाखा के अधिकारियों ने आयुक्त को बताया था कि शहर में 810 छोटे-बड़े नाले हैं। इनमें से 90 फीसदी नालों की सफाई की जा चुकी है। जबकि बाकी नालों की सफाई जल्द हो जाएगी। लेकिन यह दावा पूरी तरह से गलत था, क्योंकि निगम की जोनवार रिपोर्ट के मुताबिक शहर के 80 फीसदी नालों पर 20 हजार से ज्यादा अतिक्रमण हैं। जिन्हें हटाए बिना नालों की सफाई मुमकिन नहीं है। इधर, 14 जून को आयुक्त ने हर्षवर्धन नगर, पंचशील नगर, निराला भवनएकांत पार्क, चूनाभट्टी, कलियासोत पुल, दामखेड़ा, सिग्नेचर रोड और बांसखेड़ी के नालों का जायजा लिया। इस दौरान पंचशील नाले के अलावा किसी भी नाले की सफाई पूरी नहीं हो सकी थी।
सबसे लंबा चला सफाई अभियान
बता दें कि हर साल बारिश के पहले नाला सफाई अभियान 1 से 15 जून तक चलाया जाता है। लेकिन इस दफा सफाई अभियान एक महीने पहले यानि एक मई से ही शुरू कर दिया, जो अभी जारी है। अब सवाल ये है कि जब डेढ़ महीने में भी शहर के नाले- नालियां साफ नहीं हो सकी हैं, तो बीते एक दशक से नगर निगम 15 दिनों में 810 नालों की सफाई कैसे कर देता था।
जून में छह साल में सबसे ज्यादा बारिश, लेकिन नहीं भरा पानी
नगर निगम ने शुक्रवार को दावा किया था कि जून में छह सालों में सबसे ज्यादा बारिश होने पर भी शहर में कहीं भी जलभराव और अन्य दिक्कत नहीं हुई। नियमित सफाई का ही यह नतीजा है। लेकिन दावे को तीन दिन बारिश में शहर में बने हालात गलत साबित कर रहे हैं। जब-जब बारिश हुई, सड़कें और चौराहे तालाब में तब्दील हो गए। इनमें ज्योति टॉकीज चौराहा, अल्पना तिराहा, भोपाल टॉकीज चौराहा, सेफिया कॉलेज रोड, प्रशासन अकादमी रोड शामिल हैं। गुरुवार रात तेज बारिश में लिली टॉकीज चौराहे पर वार्ड दμतर के सामने की सड़क जलमग्न हो गई।
ज्यादातर नालों की हो गई सफाई
शहर में नाला सफाई अभियान एक मई से शुरू किया गया था, जो निरंतर जारी है। ज्यादातर नालों की सफाई की जा चुकी है। हमारी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा नालों की सफाई हो सके, ताकि जलभराव या बाढ़ की स्थिति निर्मित न हो सके। शाश्वत मीणा, अपर आयुक्त, स्वास्थ्य