कंपनियां न नौकरी से हटाएं और न सैलरी काटें

नई दिल्ली। कोरोना के संकट काल में किसी भी कर्मचारी को नौकरी से न निकालने और सैलरी न काटने के लिए श्रम मंत्रालय ने सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों को एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय की ओर से देश के सभी संस्थानों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि लॉक डाउन के दौर में छुट्टी पर भेजे गए कर्मचारियों की सैलरी न काटी जाए और न ही उनकी छंटनी की जाए। बता दें कि पीएम मोदी ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर देश के नाम संबोधन में सभी कंपनियों से अपील की थी कि वे एंप्लॉयीज की सैलरी न काटें और न ही नौकरी से निकालें। अब पीएम मोदी की अपील की तर्ज पर ही श्रम मंत्रालय ने कर्मचारियों के हित में यह एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय भी लिख चुके हैं पत्र : यही नहीं इससे पहले कॉरपोरेट मिनिस्ट्री ने भी पिछले दिनों इस तरह की अपील की थी। कॉमर्स मिनिस्ट्री ने अपने पत्र में लिखा, स्थितियों का पूरा ख्याल रखें और कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी समय पर अदा करें ताकि उनकी आजीविका पर किसी तरह का संकट न पैदा हो सके। कॉमर्स मिनिस्ट्री ने कंपनियों को सलाह दी है कि वे जितना संभव हो सके कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देते हुए काम कराएं। इसके अलावा कंपनी परिसरों को सैनिटाइज कराने की भी सलाह दी गई है।
कोरोना से निपटने क्या उपाय किए जा रहे लिखकर दें
सरकार की ओर से सभी कंपनियों से एक फॉर्म भी भरवाया जा रहा है, जिसमें यह पूछा जा रहा है कि आखिर कोरोना के संकट से निपटने आप कितना तैयार हैं। कंपनी मामलों के मंत्रालय ने यह फॉर्म जारी किया है। कॉरपोरेट मिनिस्ट्री के मुताबिक, यह एक साधारण आॅनलाइन फॉर्म है, जिसे 23 मार्च को जारी किया गया है। इसमें कुछ जानकारियां भरनी हैं और इसे कहीं से भरा जा सकता है।
करोड़ों लोगों की नौकरी जाने का है खतरा
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की स्थिति है और इससे करोड़ों लोगों की नौकरी तक जाने का खतरा है। ट्रैवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री में ही 3.5 करोड़ नौकरियों पर संकट की आशंका है। इस बीच ट्रैवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री समेत कई सेक्टर्स ने सरकार से कोरोना वायरस के चलते पैदा हुए संकट से राहत के लिए पैकेज जारी करने की अपील की है।