आरोेपी के घर चांदी का मुकुट पहनने पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष, केन्द्र-प्रदेश नेतृत्व से हुई शिकायत
Complaint

ग्वालियर। भले ही भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी की नियुक्ति को लेकर शुरू हुआ बवाल अभी शांत नहीं हुआ हो, लेकिन अब उनके साथ अपहरण-लूट व अन्य मामलों में पुलिस रिकार्ड में नामजद आरोपी भाजपा कार्यकर्ता के घर चांदी का मुकुट पहनने जाने का विवाद जुड़ गया है। अह्म्म बात यह है कि मामले की भाजपा केन्द्रीय-प्रदेश नेतृत्व को शिकायत भेजने वाला भी पार्टी का मंडल पदाधिकारी है। भाजपा राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा को अनुसूचि जाति मोर्चा के रानी लक्ष्मीबाई मंडल पदाधिकारी लालाराम खरे ने जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी की शिकायत की है, जिसमें बताया गया है कि दिनेश पारछे, संजय पारछे, पूरन पारछे व अजय पाथरे निवासी नौ महला घासमंडी पर वर्तमान में डकैती, लूट सहित कई धाराओं में कई संगीन अपराधिक मामले पुलिस थानों में दर्ज होकर न्यायालय में लंबित है और आरोपियों को कभी भी इन मामलों में सजा बोली जा सकती है। शिकायत में बताया गया है कि अपराधी वाल्मीकि समाज में सूदखोरी का कारोबार करते है और सवाल खड़े किए है कि ऐसे अपराधियों के घर जाकर भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा चांदी के मुकुट पहनना नैतिकता है? वे अपराधियों के घर पहुंचकर स्वच्छ राजनीति करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहते है? क्या भाजपा में अनुसूचित जाति वर्ग के अन्य कार्यकर्ता नहीं थे, जिनके घर वे जा सकते? अपराधियों के घर जिलाध्यक्ष ने जाकर चांदी का मुकुट पहना है। वे पुलिस में नामजद अपराधी है, जिन्हें कभी भी सजा हो सकती है। इसलिए शिकायत की है। लालाराम खरे, अध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा, लक्ष्मीबाई मंडल हर कार्यकर्ता का पुलिस रिकार्ड चेककर जाना संभंव नहीं है। चांदी का मुकुट पहनने गए थे, क्योंकि वह आरएसएस कार्यकर्ता भी है।