उपचुनाव फतह करने कांग्रेस खोल रही है वॉर रूम: केके मिश्रा

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उपचुनाव फतह करने कांग्रेस खोल रही है वॉर रूम: केके मिश्रा

ग्वालियर। अपनी विधायकी छोड़कर भाजपा का पल्लू थामने वाले सभी 16 विधायकों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में इस्तीफे दे दिए थे। इसीलिए इन सीटों पर उपचुनाव की स्थिति पैदा हुई है। उपचुनावों में इन्हीं सीटों को पुन : जीतने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत झौंके बिना नहीं रहेगी। इसीलिए पीसीसी चीफ ने पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा को मीडिया की दृष्टि से सभी 16 सीटों का जायजा लेने और पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। केके मिश्रा ने सबसे पहले वॉर रूम खोलने का निर्णय लिया है। एक सप्ताह के भीतर यह वॉर रूम ग्वालियर में काम करना शुरू कर देगा। भाजपा सरकार और दलबदल करने वाले प्रत्याशियों के खिलाफ इसी वॉर रूम से शब्द और व्यंग्य वाण छोड़े जाएंगे।

वॉर रूम से भाजपा पर होगी शब्द वाणों की बारिश

प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने ग्वालियर में डेरा जमाने के बाद पहली फुर्सत में वॉर रूम का खाका खींच लिया है। शहर में एक गोपनीय स्थान पर यह रूम काम करेगा। अगले एक सप्ताह के भीतर सारा सैटअप जमाने के बाद वॉर रूम से शब्द और व्यंग्य वाण भाजपा सरकार और उनके प्रत्याशियों पर छूटना शुरू हो जाएंगे। मालूम हो निर्वाचन आयोग ने ग्वालियर-चंबल की रिक्त विधानसभा सीटों के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है लेकि न बतौर सावधानी कांग्रेस ने अपनी फील्डिंग जमाना शुरू कर दी है। कमलनाथ ने भी केके मिश्रा को मीडिया के सामने अपनी उजली तस्वीर दिखाने के लिए बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। केके ने इसीलिए ग्वालियर-अंचल का भौगोलिक, राजनीतिक, सामाजिक ताना-बाना समक्षना भी शुरू कर दिया है।

फिर उछलेगा हनी ट्रेप 
प्रदेश प्रवक्ता ने पीपुल्स समाचार से बातचीत में कहा कि आगे-आगे देखिए होता है क्या? बातों ही बातों में उन्होंने इशारा किया कि चुनाव की बेला पर हनी ट्रेप में सने भाजपा के धुंधले चेहरों को बेनकाब किया जाएगा। हनी ट्रेप में कई बड़े-बड़ों के चेहरे स्याह हो गए थे। हनी ट्रेप पर अब भाजपा क्या कर रही है, यह सवाल भी उछलेगा।

15 साल बनाम 15 माह 
केके मिश्रा ने पीपुल्स समाचार को बताया कि उपचुनावों में भाजपा के 15 साल के मुकाबले नाथ के 15 माह को खड़ा करने की कोशिश की जाएगी। शिवराम-महाराज के मुकाबले नाथ का चेहरा और उनकी कार्यशैली को खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। मिलावट के खिलाफ युद्ध को प्रदेशभर में सराहना मिली थी, इस विषय को भी मतदाताओं के बीच ले जाया जाएगा। 35 करोड़ की राशि का भी सिंधिया और उनके समर्थकों से हिसाब मांगा जाएगा। शुचिता, शुद्धता और स्वच्छता पर नाथ की उजली और भाजपा की गंदी तस्वीर पेश की जाएगी।