कांग्रेस ने उपचुनाव में झोंकी ताकत

कांग्रेस ने उपचुनाव में झोंकी ताकत

भोपाल। आगामी समय में होने वाले विधानसभा की 24 सीटों पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एआईसीसी के प्रभारी सचिव से लेकर सह-सचिव भी ग्वालियर-चंबल संभाग की सीटों के लिए मैदान में उतर चुके हैं, वहीं एक-एक सीट पर चुनाव जिताने की जिम्मेदारी दो से चार विधायकों को सौंपी गई हैं। इन विधायकों ने प्रत्याशी चयन को लेकर संगठन को मजबूत बनाने पर पहले दौर की चर्चा विस क्षेत्रों में पूरी कर ली है। कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ने अभी से नेताओं को हरीझंडी भी दे दी है और उन्होंने क्षेत्रों में प्रचार भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस के लिए 24 विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्नचिन्ह बन चुका है। पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे में 24 में से 16 सीटें उसे मिल सकती हैं, जबकि भाजपा द्वारा कराए गए सर्वे में उसकी सीटें कम होने की संभावना है। जिसका फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ने कमरकस ली है। खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग की सीटों को लेकर कांग्रेस पूरा जोर लगाने में जुट गई है। चंबल क्षेत्र में पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ तथा हिना कांवरे, पीसी शर्मा, डॉ. गोविंद सिंह, लाखन सिंह, हर्ष यादव, निलांशु चतुर्वेदी, लक्ष्मण सिंह, जयवर्धन सिंह, प्रवीण पाठक, प्रियव्रत सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, केपी सिंह, रामनिवास रावत आदि को जिम्मेदारी सौंपी है, वहीं देवास और शाजापुर की सीटों के लिए सबसे ज्यादा जोर बदनावर सीट पर है और इस सीट का प्रभारी पूर्व मंत्री बाला बच्चन को बनाया है। इनके साथ कांतिलाल भूरिया, सज्जन सिंह वर्मा, जयवर्धन सिंह, सुरेंद्र सिंह बघेल, हीरा अलावा आदि विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है। उधर, विस के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति, तरुण भनोत, लखन सिंह घनघोरिया आदि को अनूपपुर सीट निकालने की जिम्मेदारी दी गई है।