कोरोना : डबल लेयर मास्क जरूरी, सिंथेटिक मास्क होंगे घातक
Corona

ग्वालियर। कोरोना महामारी के दौरान मास्क की अचानक कई गुना मांग बढ़ने के कारण इस समय कारोबारियों के लिए सबसे अच्छा बिजनेस सैगमेंट बन चुका है। बाजार में सिंगल लेयर मास्क के साथ ही सिंथेटिक मास्क बेचे जा रहे हैं। यह मास्क कोरोना के संक्रमण से तो नहीं बचाएंगे, बल्कि आपकी सेहत को खराब कर सकते हैं। सर्जीकल मास्क यूज एंड थ्रो के होते हैं कुछ लोग उन्हें ही लगातार प्रयोग कर रहे हैं। डॉक्टरों की माने तो सिंगल लेयर मास्क केवल पॉल्युशन से बचाव कर सकता है, लेकिन कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए कम से कम दो लेयर का मास्क जरूरी है। यह सस्ते वाले मास्क आपको बाजार में ठेलों पर या फिर दुकानों पर आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे, लेकिन जो व्यक्ति इनको लगाने के बाद यह सोच कर घूम रहे हंै कि वह कोरोना के संक्रमण से बचे हैं वह अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। दरअसल हम सांस छोड़ते हैं तो उसमे कार्बन डाई आॅक्साइड बाहर निकलती है इन सस्ते मास्क में यह बाहर नहीं निकलने के कारण वापस हमारे शरीर में जा सकती है जो कि हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है। डॉक्टर यह भी कहते हैं कि जिम या फिर जॉगिंग करते समय शरीर को अधिक आॅक्सीजन की जरूरत पड़ती है, अधिक उड2भी बाहर निकलती है। बाजार में जो सिंगल लेयर मास्क बेचे जा रहे हैं, वह पॉल्युशन से तो बचाव कर सकता हैं कोरोना के संक्रमण से नहीं। इससे बचाव के लिए कम से कम डबल लेयर का मास्क होने जरूरी है फिर चाहे वह कपड़े का ही क्यों न बना हो। जॉगिंग व रनिंग करते समय में शरीर को अधिक आॅक्सीजन की जरूरत पड़ती है मास्क लगाकर यह करने पर सांस लेने में परेशानी सहित कई समस्याएं हो सकती हैं।