गायों की एंटीबॉडी से बनेगी कोरोना की दवा, ट्रायल होगा

गायों की एंटीबॉडी से बनेगी कोरोना की दवा, ट्रायल होगा

वाशिंगटन। दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की दवाई की खोज में जुटे हुए हैं। इस बीच कोरोना की दवाई बनाने के लिए कंपनियां गायों की मदद ले रही हैं। यह अनोखा प्रयोग अमेरिका के दक्षिण डकोटा की कंपनी सब बायोथेरेप्यूटिक्स ने शुरू किया है। अगले महीने इलाज के इस तरीके का ह्यूमन ट्रायल किया जाएगा। दरअसल, गाय में किसी इंसान की तुलना में दोगुना या अधिक मात्रा और ज्यादा विविधता वाले एंटीबॉडी तैयार होते हैं। लिहाजा शोध में इंसानों की प्रतिरक्षी कोशिका गायों में जेनेटिकली इंजीनियरिंग द्वारा प्रत्यारोपित की जाएगी। जिससे कोरोना से लड़ने के लिए गाय में एंटीबॉडी तैयार होगी। जिससे एसएबी-185 नामक दवा का निर्माण किया जाएगा। कोविड-19 के लिए इसका प्रभाव जांचने के लिए कंपनी ने पीट्सबर्ग विश्वविद्यालय में इम्यूनोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विलियम क्लिस्ट्रा के साथ मिलकर काम किया है।

गाय कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण करती

गायों की रक्त में बड़ी मात्रा में एंटीबॉडी का उत्पादन होता है यह मनुष्य की तुलना में प्रति मिलीलीटर दो गुना है। साथ ही वे एंटीबॉडी के विभिन्न प्रकारों का उत्पादन करती हैं। सिओक्स फाल्स स्थित सैफ बायोथेरेप्यूटिक्स ने जेनेटिक इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करते हुए मनुष्य की कोशिकाओं को गायों में प्रत्यारोपित किया। इसके बदले में गाय कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण करती है, जिससे सब-150 सी दवा बनाई जाएगी। इस दवा का उपयोग रोगियों को तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा।