झूठ बोल रहे थे कोरोना पेशेंट, क्राइम ब्रांच ने खंगाली कॉन्टैक्ट हिस्ट्री

भोपाल। कोरोना की लड़ाई में सबसे मुश्किल काम है, मरीजों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री ट्रेस करना, क्योंकि कई मरीज ऐसे निकले, जिन्होंने सही जानकारी नहीं दी, ऐसे में सरकार ने क्राइम ब्रांच की टीम को मैदान में उतारा। टीम ने मरीज की कॉल डिटेल निकलवाई। इसके बाद करीब 250 से लोगों को क्वारेंटाइन कराया गया। इससे संक्रमण फैलने से रोकने में मदद मिली, वहीं क्वारेंटाइन किए गए कई लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई।
यूं होती है कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
क्राइम ब्रांच एएसपी निश्चल झारिया ने डीएसपी अदिति भावसार के नेतृत्व में टीम बनाई है। टीम में 3 सब इंस्पेक्टरों को प्रभारी बनाया गया है। हर एसआई के साथ 6-6 प्रधान आरक्षक और आरक्षक है। रोज सुबह स्वास्थ्य विभाग से आने वाली पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट मिलते ही टीम काम में जुट जाती है। हर मरीज से संपर्क कर उसकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री भेजी जाती है। इसके बाद जिला प्रशासन अगली कार्रवाई करता है।