शव की फिर हुई बेकद्री, आईपीएस दंपित सहित चार को निकला कोरोना

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शव की फिर हुई बेकद्री, आईपीएस दंपित सहित चार को निकला कोरोना

ग्वालियर। कोरोना पॉजिटिव को लेकर अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई जा रही है, लेकिन इस बीमारी से मरने वाले मरीजों के शव की बेकद्री अभी भी जारी है। बुधवार सुबह कोरोना बीमारी के चलते एबी रोड़ स्थित माधवी नगर निवासी राजकुमार नाम के मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके बाद दाह संस्कार संबंधी अधिकारियों को सूचना भी दी गई, लेकिन गंगाराम एवं देवीबाई के तरह ही राजकुमार के शव की लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में खूब बेकद्री हुई। पहले स्वास्थ्य विभाग व निगम अधिकारी के बीच फोने पर तू-तू मैं-मैं हो गई, बात गालीगलौच तक पहुंच गई। इसी बीच एक कर्मचारी ने गर्मी की बात कहकर पीपीई किट उतार फेंक दी। इसके बाद उसे दूसरी किट दी गई, जब मृतक की बॉडी के विद्युत शवगृह में धकेला जा रहा है तभी वह बीच में ही फंस गया। शव की इतनी बेकद्री देख उसके परिजन मौके तक से चले गए। कोरोना से मरने वालों के शव की लगातार बेकद्री हो रही है इसके बाद भी जिला प्रशासन इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है। कभी मशीन में शव आधा फंसकर रह जाता है तो कभी बॉडी नीचे गिर जाती है। चार मिले कोरोना पॉजिटिव बुधवार को आईपीएस दंपति सहित 4 लोग पॉजिटिव पाए गए है। आईपीएस सेंकड बटालियन में में कमांडेंट के पद पर पोस्टेड हैं। वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल में शुरू हुई ट्रूनेट मशीन से जांच में दिल्ली से आए दो व्यक्ति पॉजिटिव निकले हैं। इनमें 28 वर्षीय युवक किलागेट का निवासी है, तो दूसरा नदीपार टाल का बताया जा रहा है। इसके साथ ही जिस मरीज की मौत आज हुई हैं उसे स्वास्थ्य विभाग जिले में मौत नहीं मान रहा है, इसीलिए हेल्थ बुलेटिन में अभी तक के मृतकों की संख्या दो ही जारी की गई। इसके पीछे एक कारण यह भी हो सकता है कि यह व्यक्ति दिल्ली में पॉजिटिव निकला था।

दिल्ली में निकले थे पॉजिटिव, खराब था लिवर 
मृतक राजकुमार सिंह का लिवर खराब हो चुका था। लिवर ट्रांसप्लांट के लिए ही वह दिल्ली के आईएलबीएस हॉस्पिटल गए थे। कोरोना के चलते लिवर ट्रांसप्लांट संबंधी इलाज शुरू करने से पहले कोविड-19 का टेस्ट कराया गया। इस टेस्ट रिपोर्ट में राजकुमार सिंह वायरस से संक्रमित आए। लिहाजा उन्हें आईएलबीएस प्रबंधन ने लिवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया करने से रोक दिया। कोरोना निगेटिव आने पर ही लिवर ट्रांसप्लांट की बात कही गई। इसलिए उन्हे आईसीएमआर की पॉजिटिव रिपोर्ट देते हुए वापस ग्वालियर भेजते हुए जेएएच के लिए रैफर किया गया। जेएएच में यह 12 जून को सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए थे बुधवार की सुबह करीब 8 बजे इनकी मौत हो गई।

13 स्वस्थ होकर पहुंचे घर
जहां पॉजिटिव आने का सिलसिला जारी है वहीं दूसरी ओर कोरोना से ठीक होकर जाने वालों का क्रम भी जारी है। बुधवार को जहां 4 पॉजिटिव निकले तो 13 मरीज ठीक होकर घर भी पहुंचे। कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह ने बताया कि अभी तक  कुल 276 मरीज कोरोना संक्रमित निकले हैं जिनमें 207 मरीज की अस्पताल से ठीक होने पर छुट्टी भी कर दी गई है। वर्तमान में 66 केस एक्टिव बचे हुए हैं और 72 कंटेनमेंट क्षेत्र हैं। बुधवार को 418 संदिग्ध मरीजों के सेंपल जांच के लिए भेजे है और जिला अस्पताल की एमएमयूटीम ने पुलिस लाइन सहित अन्य स्थानों से 100 से अधिक लोगों के सेंपल लिए। इस टीम में शामिल डॉ. ऋषभ , लेखी डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. सागर, डॉ. अक्षत , संदीप प्रधान, विपिन श्रीवास्तव बालाबाई का बाजार, बालभवन, पुरानी छावनी, सीआरपीएफ, नया गांव आदि से संदिग्ध मरीजों के सेंपल लिए।