बिना फील्ड में गए स्टीमेट बनाते दिखे निगम अधिकारी, देर रात तक आॅफिसों में जमे रहे
Corporate officer

ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जिले की तीन विधानसभाओं में 25-25 करोड़ विकास कार्यों की रूपरेखा बनने के साथ ही विवादों में आ गई है। क्योंकि जानकारों की माने तो इसके लिए निगम अधिकारी फील्ड में बिना गए ही देर रात तक आॅफिसों में प्लानिंग करते दिख रहे हैं। हालांकि मामले की जानकारी कलेक्टर तक पहुंचने पर निगम अधिकारियों को सचेत करने को कहा गया है। ग्वालियर अंचल में शहर की ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व व ग्रामीण क्षेत्र की डबरा विधानसभा में विधानसभा के उपचुनाव को लेकर माहौल गर्म है और इसी के चलते कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक अपने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री के सामने अपनी प्रस्ताव रख चुके है और भोपाल से मिले निर्देशों के बाद जिला कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं उसी के चलते जल्द से जल्द निगम अधिकारियों द्वारा विकास कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत करने की हड़Þबड़ी मची है और उसी के चलते देर रात तक प्लानिंग करने के लिए अधिकारी आॅफिसों में नजर आ रहे है। कोई भी प्रस्ताव बिना फिजीकल वैरिफिकेशन के नहीं बनता है, यदि ऐसा हो रहा है, तो वरिष्ठ अधिकारियों से बात करता हूं।
बिना फील्ड में गए बन रही है रूपरेखा
निगम जानकारों की मानें तो ग्वालियर पूर्व व ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में आचार संहिता के पहले होने वाले विकास कार्यों को लेकर जल्दबाजी है और कलेक्टर के निर्देश मिलने पर बिना फील्ड में गए 25-25 करोड़ के कार्यों के स्टीमेंट जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा टेबल पर बैठकर बनवाए जा रहे है। अह्म बात यह है कि स्टीमेंट बनने पर किसी पता नहीं है कि मौके पर क्या क्या आवश्यकता है।