खांसी और सांस लेने में आ रही थी दिक्कत, युवक की मौत, तीन के सैंपल
Cough and difficulty in breathing, death of young man, samples of three

ग्वालियर। तारागंज निवासी बबलू चौरसिया को खांसी और सांस की दिक्कत आ रही थी लेकिन रविवार को उसने जयारोग्य चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग ने बबलू के घर पर होम क्वांरेटाइन का पोस्टर चस्पा कर दिया। उसकी मौत के बाद परिवार के तीनों सदस्यों के रविवार को ही कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिए हैं। कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि बबलू को कोरोना था या नहीं। बबलू ने तबियत बिगड़ने के बाद परिजनों ने शनिवार को दोपहर में एम्बुलेंस को कॉल किया था। लेकिन वह शाम को पहुंची, तब कहीं जाकर वह अस्पताल में भर्ती हो सका। उसकी सांस उखड़ रही थी। बताया जाता है कि पिछले चार माह से खांसी की दिक्कत थी। कोरोना के पीड़ित को इतने लंबे समय तक खांसी, जुकाम और बुखार नहीं चल सकता। फिर भी उसकी मौत होने से स्वास्थ्य विभाग तथा प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। आनन-फानन में बबलू के घर पर होम क्वांरेटाइन का पोस्टर चस्पा किया गया और उसमें उल्लेख किया कि इस घर से दूर रहना। वहीं द 108 के नोडल अंधिकारी आई.पी. निवारिया का कहना है कि इसकी रिकार्डिंग निकाली जा रही है। अगर एम्बुलेंस चालक की गलती निकलती है तो निश्चित कार्रवाई होगी। हमारी नजर शनिवार से ही बबलू पर थी। अगर परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो हमें जरूर सख्त कदम उठाना पड़ेंगे। कौशलेन्द्र सिंह, कलेक्टर
तीन परिजनों के सैंपल लिए
स्वास्थ्य विभाग ने बबलू के तीन परिजनों के सैंपल कोरोना की जांच के लिए भेज दिया है। अगर इनमें कोई पॉजिटिव आया तो माना जाएगा कि बबलू भी इससे पीड़ित था। इसके बाद जिस बिल्ड़िंग में वह रहता था उसमें रहने वाले अन्य 15 लोगों की भी जांच की जाएगी।
कोरोना मरीज को घर में छुपाने पर होगी एफआईआर
प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के मकसद से आगामी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन घोषित किया गया है, उसके बावजूद कोरोना मरीज को घर में छुपाकर इस मुहिम को फेल किए जाने के तमाम मामले सामने आने पर अब इस तरह के कृत्य को कानूनन अपराध की श्रेणी में लाते हुए कोरोना मरीज को घर में छुपाने पर एफआईआर दर्ज किए जाने का प्रावधान किया गया है। एसपी नवनीत भसीन ने सभी लोगों से आग्रह किया है कि देशहित में कोई भी संदिग्ध इस बीमारी से ग्रसित हो, तो तुरंत संपर्क करें। अगर कोई आइसोलेशन का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत् कार्रवाई की जाएगी। आमजन कोरोना संदिग्ध की सूचना टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 0751-2646605/6/7/8 पर दे सकता है।
मांगी 5 हजार, 150 पीपीई किट आई
कोरोना की फाइट में लगे डाक्टर, नर्सिंग स्टॉफ व पैरोमेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास रविवार को 150 पीपीई किट आ गई हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने पांच हजार किट की डिमांड की थी। इस बारे में जानकारी देते हुए प्रभारी सीएमएचओ डॉ. बिंदु सिंघल ने बताया कि अभी शनिवार को हमारे पास केवल 35 किट बची हुई थीं इससे निश्चित ही समस्या नहीं होगी हालांकि जल्द और किट आ जाएंगी।