नहीं पहुंच रहे ग्राहक फिर भी दुकानदार खुश समय बढ़ाने की चाह

जबलपुर । लॉक डाउन में छूट के बाद शनिवार को शहर का मार्केट व्यवस्थित तरीके से खुला। ज्यादातर दुकानों में प्रशासन के नियमों को धता बताई गई,सेनिटाइजेशन बहुत कम दुकानों में हुआ। शहर की सड़कें में भी महीनों बाद रौनक दिखी। भीड़ ने एक बार फिर सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ार्। वहीं नियत समय शाम 5 बजे से पुलिस ने मार्केट बंद कराने सख्ती दिखाई। उपनगरीय इलाकों में दुकानदार शाम 6 बजे तक दुकानें खोले रहे जिसके कारण पुलिस को खासी कवायद करनी पड़ी। सराफा में आड ईवन का पालन काफी हद तक दिखा मगर बाकी जगह इसका पालन कम ही देखा गया। ज्वैलरी,सोने-चांदी, कपड़े, मोबाइल,चश्मे,शादी-ब्याह की तैयारियों की दुकानें सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुलीं।वहीं रोड किनारे दुकान लगाने वाले चश्मे वाले या पर्स बेल्ट आदि बेचनेवालों ने भी दुकानें लगा। इनकी दुकानों में ग्राहकों की भीड़ भी पहुंची मगर ग्राहकी सामान्य दिनों की तुलना में बेहद कम रही। व्यापारियों ने जताया हर्ष छोटे-बड़े सभी व्यापारियों ने दुकानें खोले जाने पर हर्ष जताया। उनका कहना है कि ग्राहकी तो धीरे-धीरे बढ़ ही जाएगी,अभी तो हमें यही खुशी है कि 79 दिन के बाद कम से कम दुकानें खोलने की अनुमति तो मिली। हालाकि दुकानदारों ने यह भी कहा कि जो समय नियत किया गया है उसमें 12 से 4 बजे तक तेज गर्मी व धूप के कारण ग्राहक निकलना पसंद नहीं कर रहे हैं। यदि हमें शाम के कुछ घंटे दिए जाते तो व्यापार की दृष्टि से सही होता। भले ही दोपहर को 1 से 3 दुकानें बंद करवा दें पर कम से कम 5 से 7 की अनुमति तो प्रशासन को देनी चाहिए। उन्हें यह उम्मीद है कि स्थिति सामान्य होने पर दुकानें खोलने की अवधि में भी इजाफा कर दिया जाएगा।
मैं गंजीपुरा में सौंदर्य सामग्री की दुकान करता हूं। शनिवार से दुकान खोली है कल तो सफाई में समय निकल गया। महिलाएं आने लगी हैं जो कि सामान खरीद रही हैं। ग्राहकी कम रही। - उमाशंकर साहू, सौंदर्य प्रसाधन विक्रेता।
हमारा प्रतिष्ठान पगड़ी हाउस के नाम से संचालित है। लंबे समय बाद दुकान खोली है। खुशी की बात है कि 2 दिन पहले ही यह क्षेत्र कंटेनमेंट से फ्री हुआ है,ग्राहक आ रहे हैं। - राजेश केशरवानी, संचालक पगड़ी हाउस।
सुहागन आभूषण लंबे समय बाद शनिवार से पुन: चालू हुई है। ग्राहकी तो कम रही मगर हमें इस बात की खुशी है कि शहर में दुकानें खुलने लगी हैं। स्थिति जल्द सामान्य हो यही आशा है। - ऋषि अग्रवाल, संचालक, सुहागन आभूषण।
मेरी मोबाइल शॉप की दुकान है। 79 दिनों के बाद दुकान खोली है। कुछ ग्राहक भी आए और मोबाइल लिए हैं। दोपहर के वक्त ग्राहक निकलने से परहेज कर रहे हैं। 5 बजे दुकान बंद कर दी। - विशाल साहू, संचालक मोबाइल शॉप।