कोरोना काल में साइकिल ने पकड़ी रफ़्तार बॉडी फिटनेस की खातिर लोगों में बढ़ी डिमांड

जबलपुर । कोरोना संकट के बीच आम लोगों में फिटनेस को लेकर नई सोच जगी है। अब जब जिम और फिटनेस सेंटर बंद हैं, पार्क में भी एंट्री बंद है और एक्सरसाइज के लिए कोई समुचित जगह नहीं है,तो ऐसे में साइकिलिंग सबसे बढ़िया विकल्प सामने आया है। दुकानदार भी कोरोना काल में साइकिलों की बिक्री को देख हैरत में हैं और इसे सबसे बेहतरीन सेल बता रहे हैं। गौरतलब है कि महंगी साइकिल खरीदने के लिए 15 से 20 दिन की वेटिंग चल रही है। जून माह में बेहताशा साइकिल की बिक्री हुई। जून माह में अब तक 250 से लेकर 300 नॉर्मल साइिकल की बिक्री शहर में दर्ज की गई है जबकि हाईरेंज की साईकिले 150 से अधिक विक्रय होना बताई जा रही है। यह आंकड़ा वर्ष 2018- 19 से अधिक है। हालांकि साईकिल से सोशल डिस्टेसिंग का भी अच्छे तरीके से पालन होगा,क्योंकि बाईक में अक्सर दो लोग सवार रहते है। लेकिन साइकिल में एक ही लोग सवार होकर जा सकते है।
90 के दशक में थी पहली
पसंद 90 के दशक में साइकिल का अलग ही आनंद होता था। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इसे अपने रोजमर्रा के जीवन में शामिल रखते थे और अपने गंतव्य तक जाने का यह एक प्रमुख साधन होता था। तब दोपहिया या चार पहिया वाहन खरीदना हर किसी के बजट में नहीं था। यही वजह थी कि साइकिल किसी भी मध्यमवर्गीय परिवार की पहली पसंद हुआ करती थी। समय बदला तो रहन-सहन और जीने के तौर- तरीकों में भी बदलाव आया, साइकिल की जगह अब मोटर व्हीकल मोपेड, बाइक और कार ने ले ली। इस दौरान पैडल मार कर साइकिल चलाने का जो नजारा था वो लगभग खत्म हो गया था। लेकिन अब कोरोना वायरस ने आम लोगों को फिर साइकिल की तरफ आकर्षित किया है।
एक माह में बिक्री में आया उछाल
बीते एक माह में साइकिल की बिक्री में काफी उछाल आया है। बताया जा रहा है वर्ष 2018-19 में अमूमन प्रति माह साधारण साइकिल की औसत सेल 70 से 80 हुआ करती थी,जबकि हाई रेंज की बिक्री लगभग 30 प्रति माह होती थी। इस हिसाब से सालाना 830 से लेकर 950 नॉर्मल साइिकल की बिक्री तथा 300 के लगभग हाई रेंज की साइकिलें बिकती थीं। लेकिन कोरोना काल में इनके रेट में बढ़ोत्तरी हुई, वहीं महंगी साइकिल खरीदने 15 से 20 दिन की वेटिंग चल रही है।
साइकिल चलाने से हो जाती है पूरी एक्सरसाइज
ग्राहक भी इस बात को मानते हैं कि साइकिल चलाने से बॉडी की एक्सरसाइज होती है। साथ ही मन भी तरो-ताजा रहता है। कोरोना संकट के दौरान जहां दोस्तों से मिलना-जुलना बंद है, खेल-कूद की गतिविधियां बंद है ऐसे में साइकिलिंग करने का अपना अलग मजा है।
आंकड़ों से समझें किस तरह बिक्री ने पकड़ी रफ़्तार
वर्ष 2018 में अमूमन प्रति माह साधारण साइकिल की औसत सेल 70 से 80 हुआ करती थी।
पहले हाई रेंज साइकिलों की बिक्री लगभग 30 प्रति माह होती थी।
इस हिसाब से सालाना 830 से लेकर 950 नॉर्मल साइिकल की बिक्री थी।
जबकि 300 के लगभग हाई रेंज की साइकिलें बिकती थी।
वर्ष 2019 में भी लगभग ऐसा ही कुछ आंकड़ा रहा।
वहीं 2020 में जून महीने में अब तक 250 से लेकर 300 नॉर्मल साइिकल की बिक्री शहर में दर्ज की गई है।
जबकि हाई रेंज साइकिलो की बिक्री डेढ़ सौ के आसपास है।