रोजाना 20 मिनट चलाएं साइकिल इम्युनिटी होगी बूस्ट

जबलपुर । कोरोना वायरस के चलते पूरा विश्व जहां अंजाने भय से ग्रसित हुआ वहीं एक बात इस दौर में उभर कर आई कि लोग फिटनेस के लिए फिक्रमंद हो गए हैं। कोरोना से फाइट के लिए तमाम उपाय किए जाने लगे हैं ताकि इम्युनिटी बूस्ट हो सके। ऐसे में तीन जून का दिन एक और नई शुरूआत करने का मौका लेकर आया है। जी हां, यदि आप साइकिल प्रेमी है तो ये खबर आपको खुश कर देगी, वहीं अगर अब तक आपने साइकिल के पैडल नहीं घुमाए हैं तो ये ही सही मौका है शुरू हो जाईए साइकिल के पहिये की तरह अपनी सेहत का पहिया भी घुमा डालिए। 3 जून को विश्व साइकिल दिवस है। महामारी से जंग लड़ने में साइकिल एक कारगर हथियार की तरह काम आ रही है। वरिष्ठ फिजिशियनो के अनुसार प्रतिदिन 20 मिनट साइकिल चलाकर इम्युनिटी बूस्ट करने के साथ तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है। ये बात तमाम अध्ययनों में भी सामने आ चुकी है कि साइकिल चलाने से ब्लड सकुर्लेशन अच्छा होता है इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
कब से शुरू हुआ साइकिल दिवस मनाना
संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहला आधिकारिक विश्व साइकिल दिवस 3 जून, 2018 को मनाया गया था। यह दिवस परिवहन के एक सरल, किफायती, भरोसेमंद, स्वच्छ और पर्यावरणीय रूप से फिट टिकाऊ साधनों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। साइकिल परिवहन का स्वच्छ तथा सस्ता माध्यम है, इससे किसी भी किस्म का पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता और यह फिटनेस की दृष्टि से भी उपयोगी है। इससे देशों को कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सहायता मिलेती। इस दिवस का उद्देश्य दैनिक जीवन में साइकिल के उपयोग को लोकप्रिय बनाना है।
कभी चार पहियों की थी साइकिल
1418 में जिओवानी फोंटाना नामक एक इटली के इंजीनियर ने चार पहिया वाहन जैसा कुछ बनाया था। जिसे पहली साइकिल माना गया। 1813 में एक जर्मन अविष्कारक ने साइकिल बनाने का जिम्मा लिया। उसके द्वारा 1870 में बनाई साइकिल का फ्रेम धातु और टायर रबर के थे। 1870 से 1880 तक इस तरह की साइकिल को पैनी फार्थिंग कहा जाता था जिसको अमेरिका में बहुत लोकप्रियता मिली।
सेहत को होते हैं ये फायदे
रोज साइकिल चलाने से बॉडी की इम्युनिटी बढती है। इससे सर्दी- खांसी और वायरल इन्फेक्शन की आशंका कम होती है।
साइकिल चलाने से बॉडी का ब्लड सकुर्लेशन सुधरता है। इससे हार्ट को ब्लड की सप्लाई होती है। जिससे वह जल्दी हेल्दी रहता है। रोज साइकिल चलाने से ब्रेन में नई सेल्स बनती है इससे ब्रेन पावर बढ़ती है।
रोज साइकिलिंग करने से बॉडी की एक्स्ट्रा केलोरी बर्न होती है। इससे फैट घटाने में मदद मिलती है।
साइकिलिंग करने से बॉडी फंक्शन सुधरते हैं। इससे फर्टिलिटी बढ़ाने में हेल्प मिलती है।
रोज साइकिलिंग करने से ब्रेन में हेल्प हार्मोंस बनने लगते है। इससे स्ट्रेस दूर होता है।
रोज साइकिलिंग करने से पूरी बॉडी एक्सरसाइज होती है, इससे मसल्स स्ट्रांग होती है।
साइकिल चलाने से पैरों की अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है और इससे पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।