घर में बेटी का ब्याह लेकिन वृद्ध पिता का कियोस्क सेंटर में अंगूठा ही नहीं हो रहा मैच

घर में बेटी का ब्याह लेकिन वृद्ध पिता का कियोस्क सेंटर में अंगूठा ही नहीं हो रहा मैच

जबलपुर । मेरी बेटी की शादी तय हो गई है। इसके लिए मुझे अ पने जमा पैसे निकालना है मगर कियोस्क वाले कह रहे हैं कि आपका अंगूठा मैच नहीं हो रहा है। किसी तरह से मेरे पैसे निकलवा दीजिए अब कभी भी बैंक में पैसे नहीं रखूंगा। यह पीड़ा है गढ़ा पुरवा बावली निवासी रूपलाल चक्र वर्ती की। उनकी बेटी की शादी तय हो गई है जिसके लिए वे अपने ही जमा पैसे निकालने यहां ख् ाुले कियोस्क पहुंचे थे। कियोस्क में उनकी आयु 60साल के ऊपर होने से अंगूठे के निशान मैच न होने से उन्हें बेरंग लौटा दिया गया था। ऐसे में वे अब बैंक जाने के लिए रवाना हो रहे हैं। यह पीड़ा अके ले एक बुजुर्ग की न होकर शहर के हजारों बुजुर्गों की है जिन्हें हर माह अपनी निराश्रित वृद्धावस्था पेंशन या अन्य पेंशन के निकालने में हो रही है।

इसलिए हो रहा ऐसा

बताया जाता है कि 60साल के ऊपर के बुजुर्गों के अंगूठे की रेखाएं हल्की हो जाती हैं जिन्हें कियोस्क में उनके पूर्व में दिए गए अंगूठे के निशान जल्दी मैच नहीं कर पाते,अंगूठे के निशान मैच न होने से विदड्राल नहीं हो पाता और उन्हें बिना पैसे लिए ही आना पड़ता है। इस समस्या का कोई निदान ही नहीं है।दरअसल कियोस्क हो या बैंक राशि निकालने के लिए अपने निर्धारित नियमों में किसी तरह का समझौता नहीं करते,ऐसा भले ही सुरक्षा के लिए किया जाता है मगर इस चक्कर में वे बुजुर्ग परेशान हो जाते हैं जो हस्ताक्षर की जगह अंगूठे के निशान लगाते हैं।