डॉक्टर्स डे आज : धरती पर दूसरे भगवान का दर्जा दिया जाता है डॉक्टर्स को

डॉक्टर्स डे आज : धरती पर दूसरे भगवान का दर्जा दिया जाता है डॉक्टर्स को

जबलपुर । डॉक्टर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों का न सिर्फ इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी देते हैं। इसलिए उन्हें धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है, उन्हें जीवनदाता कहा जाता है। डॉक्टरों के समर्पण और ईमानदारी के प्रति सम्मान जाहिर करने के लिए हर साल 1 जुलाई को पूरे विश्व में डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। शहर में कई ऐसे डॉक्टर हैं जो मरीजों के प्रति अपनी संवेदनाओं के लिए जाने जाते हैं।

कैसे मनाया जाता है डॉक्टर्स डे

हर साल सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं की ओर से डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इस मौके पर लोगों को डॉक्टरों के योगदान से अवगत कराया जाता है। इस दिन कई तरह के कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन होता है। लोगों को मुफ्त में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों और सार्वजनिक स्थानों पर मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता है।

इन्हें कहते हैं शहर का देवदूत

क्लिनिक जैसा कुछ नहीं। एक बड़ा सा हॉल और मरीजों की लंबी लाइन। नब्ज पकड़ने की फीस कुछ भी नहीं, लोग स्वेच्छा से 10 रुपए टेबल पर रख देते हैं। इससे ज्यादा रुपए रखने की इजाजत नहीं है। ये हैं सेना से रिटायर कैप्टन डॉ. मुनीश्वरचंद्र (एमसी डावर) का दवाखाना। मरीजों की सेहत ठीक करने में तो माहिर हैं ही, लेकिन मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर वे अपना एक संकल्प साथ लेकर चलते हैं। तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और शराब छोड़ने के स्लोगन अपने सामने ही मरीज के मोबाइल पर वाल पेपर के रूप में लगवाते हैं।