नियमों को ताक पर रखकर चल रहीं दवा दुकानें मामले उजागर होने पर कर रहे संगठित विरोध

जबलपुर । शहर में बिना लायसेंस के दवा दुकानों का संचालन नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा है, जिसमें डॉक्टर की बिना पर्ची के ड्रग्स वाली दवा व नशा करने वालों को इंजेक्शन दिए जाने का भी मामला प्रकाश में आया है। जिसके कारण इंस्पेक्टर कई दुकानों में जांच की थी। दरअसल मेडिकल कॉलेज के सामने स्थित दवा मार्केट में दवा विक्रेताओं-ड्रग इंस्पेक्टर के बीच विवाद के बाद ड्रग इंस्पेक्टर पर हुई सस्पेंशन की कार्रवाई से नाराज फार्मासिस्ट ड्रग इंस्पेक्टर के समर्थन में उतर गए हैं। प्रदेश के सबसे बड़ा फार्मासिस्टों का संगठन इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटैल के समर्थन करते हुए न सिर्फ संभाग कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी को ज्ञापन सौंपा,बल्कि इनके प्रमुख पदाधिकारी अमित रावत ने उक्त दवा दुकान पर की जांच को सही ठहराया है।
झूठे आरोप में फंसाकर दबाव की राजनीति
फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने सदस्यों ने कहा कि जिस मेडिकल स्टोर में कार्रवाई की गई वो नियमों को ताक पर रखकर संचालित की जा रही थी। न कोई फार्मासिस्ट वहां पर उपस्थित था न ही सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड पर मास्क और हैंड सेनेटाइजर की बिक्री की जा रही थी। दवा दुकान संचालन में नियमों का पालन जरूरी है। कमिश्नर महेश चंद चौधरी को संगठन ने बताया कि जबलपुर सहित पूरे विंध्य में फैल रहे नशे के कारोबार के लिए कई बार विधानसभा में विधायक प्रदीप पटेल और विक्रम सिंह द्वारा प्रश्न उठाया गया था। इस पर जब अधिकारी कार्रवाई पर उतरे तो उन्हें ही झूठे आरोप में फंसाकर दबाव की राजनीति की जा रही है।
सबूत मिले तो दे दूंगा स्वयं इस्तीफा
ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल के विरुद्ध लगाए गए गंभीर आरोप को लेकर उन्होंने पीपुल्स समाचार से गंभीर लगे आरोप को लेकर बताया कि अगर एसोसिएशन के पदाधिकारी वर्तमान समय में हर वस्तु व अपनी-अपनी दुकानों सहित अन्य के लिए सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य तकनीक का उपयोग करते है और फोन पर वार्तालाप की भी रिकॉर्डिग होती है, अगर उनके द्वारा जांच के दौरान किसी भी प्रकार पैंसो की मांग की गई है और उनके पास कोई ऐसा सबूत है तो प्रशासन के सामने या फिर उन्हें बता दे,तो वह स्वयं अपने कार्य से इस्तीफा दे देंगे।
एसोसिएशन ने की कार्रवाई की मांग
जबलपुर ड्रगिस्ट एण्ड कैमिस्ट एसोसिएशन के द्वारा लिखित में शिकायत की गई और प्रशासन को अवगत कराया गया है कि ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटेल के द्वारा जांच में नाम पर दवा दुकानदारों के विरुद्ध अनैतिक दबाव बनाने के लिए पैसों की मांग की गई है,वह अपना ड्रग इंस्पेक्टर का कार्य नहीं कर रहे है,बल्कि कोरोना संकटकाल के दौरान नागरिकों को परेशान करने का काम कर रहे है। जिसकों लेकर एसोसिएशन ने ड्रग इंस्पेक्टर के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से पत्र के माध्यम से की हैं।
मैंने दवा दुकानों की जांच की जिसमें बहुत सी अनियमितताएं मिली। जिसके कारण दवा व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की नौबत आई तो वे भड़क गए और उल्टा दबाव बनाना चाहा। मैंने अपनी जांच के प्रतिवेदन कलेक्टर और उच्च अधिकारियों को भी सौंपे हैं। - राम लखन पटेल,ड्रग इंस्पेक्टर