सुरक्षा के चलते बड़े व गहरे नालों के लिए पोकलेन का इंतजार

Municipal council

सुरक्षा के चलते बड़े व गहरे नालों के लिए पोकलेन का इंतजार

ग्वालियर।  लॉकडाउन के बीच छोटे नालों की सफाई शुरू होने के बाद नगर निगम ने बड़े नालों की सफाई के लिए विशेष अभियान जारी किया हुआ है। जिसके चलते 183 छोटे-बडे नालो में से 90 प्रतिशत साफ हो चुके है, लेकिन दीनदयाल नगर जैसे क्षेत्रों में कुछ बड़े/गहरे नालों की सफाई के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि इनकी सफाई के लिए पोकलेन मशीन नहीं मिल पा रही है। निगमायुक्त संदीप माकिन ने एक मई से ही शहर में जलभराव की स्थिति को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए नाला सफाई अभियान शुरू करवा दिया था, ताकि बरसात का मौसम आने से पहले सारे नाले साफ हो जाएं। निगम ने पिछले साल भी पोकलेन मशीनों का इस्तेमाल किया था, लेकिन इस बार भी 15 जेसीबी 3 पोकलेन मशीन सहित प्रत्येक जोनल कार्यालय पर संसाधन की संख्या बढ़ाई है, ताकि लैबर की जरूरत कम पड़े व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। बताया जाता है कि निगम पोकलेन मशीनों से कार्य पूरा होने के बाद उन्हें वापस भेजने की तैयारी में है, क्योंकि स्वच्छ भारत मिशन के समय हुए कार्यों के साथ साथ अब तक शहर के लगभग 90 प्रतिशत सफाई कार्य पूर्ण हो चुका है।

15 दिन का दिया है निगमायुक्त ने अल्टीमेटम

निगमायुक्त संदीप माकिन ने बीते चालू सप्ताह में ही नाले सफाई अभियान में जुटे निगम अधिकारियों की बैठकर समीक्षा की जा चुकी है। साथ ही 90 प्रतिशत कार्य होने की पुष्टि के बाद शेष 10 प्रतिशत कार्य के लिए 15 दिन का अल्टीमेंटम दिया है और खुद की निगरानी के चलते काला सय्यैद नाले की अच्छी सफाई पर पोकलेन चालक को नगद ईनाम कार्यशाला प्रभारी श्रीकांत काटे से दिलवाया है। नगर निगम के वार्षिक स्वच्छता कार्यक्रम के दौरान नालों की सफाई जारी है, ज्यादा परेशानी नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से बड़े नालों को पोकलेन मशीन से साफ किया जाएगा।

शहर में छोटे-बड़े 183 नाले, कई जगह अतिक्रमण भी 
निगम द्वारा शहर में सफाई अभियान के दौरान  सफाई के लिए लगभग 183 छोटे-बड़े नालों के चिन्हित किया था और पूरी मशीनरी व हर जोन कार्यालय से लगभग 5-6 कर्मचारियों को नालों की सफाई के लिए लगाया गया है। साथ ही निगम स्वास्थ्य अमला लगातार काम रहा है। अभियान के दौरान बड़े/गहरे नालों की सफाई केवल पोकलेने से करवाना अनिवार्य की गई है।