कन्फ्यूजन में बिजली उपभोक्ता, लौट रहे निराश

Electricity consumers

कन्फ्यूजन में बिजली उपभोक्ता, लौट रहे निराश

ग्वालियर। कोरोना महामारी के बीच बिजली के उपभोक्ताओं को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहत की घोषणा की है वह बिजली उपभोक्ताओं के लिए परेशानी बन गया है। सीएम की घोषणा के बाद ग्राहकों में कंफ्यूजन में हैं कि उन्हें उन्हें इस घोषणा का लाभ मिलेगा की नहीं। इसी उम्मीद के साथ कई उपभोक्ता तो अपने पुराने बिल लेकर जोन पर पहुंच रहे हैं लेकिन उनकी समस्या का हल नहीं हो पा रहा है, बिल आधा कराने की चाह में लोग सोशल डिस्टेंसिंग भी भूल गए हैं। बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना हैै कि शासन के निर्णय अनुसार उपभोक्ताओं को राहत देने हेतु बिलिंग सॉफ्टवेयर में आवश्यक परिवर्तन करना पड़ रहा है। इस कार्य में लगभग 8 से 10 दिवस का समय लग सकता है। चॅूंकि इस अवधि में मीटर रीडिंग, बिलिंग एवं बिल वितरण का कार्य रोका जाना संभव नहीं है, क्योंकि जिस प्रकार विद्युत प्रदाय रोका नहीं जा सकता। उसकी निरंतरता आवश्यक है, उसी प्रकार रीडिंग एवं बिल वितरण निरंतर रखना आवश्यक है क्योंकि रोके जाने पर उपभोक्ताओं को एक माह में 40 से 45 दिन की खपत के बिल प्राप्त होंगे। परिवर्तित साफ्टवेयर के लागू होने के पश्चात आगामी माहों में पात्र उपभोक्ताओं के देयकों में राहत का समायोजन किया जाएगा।

400 रुपए तक के बिल पर फायदा
सरकार द्वारा संबल हितग्राही के लिए यह योजना पेश की इसके तहत  मार्च 2020 में अगर बिजली का बिल अधिकतम 100 रुपये था, तो अप्रैल मई एवं जून माह में 100 रुपए तक बिल आने पर मात्र 50 रुपये प्रतिमाह देने होंगे।  अगर मार्च माह में आपका बिजली का बिल 100 रुपये से अधिक एवं अधिकतम 400 रुपये तक है तो अप्रैल, मई, जून माह में 400 से अधिक बिल होने पर संबंधित उपभोक्ता को बिल की आधी राशि जमा करनी होगी।