डॉक्टर के पॉजिटिव निकलने से लगता है डर, फिर भी हम तैयार
Fear of getting positive from doctor, yet we are ready
डॉक्टर घर पर भी नहीं उतारते हैं मास्क और ग्लब्ज, गुनगुने पानी का करते हैं सेवन
कोरोना संक्रमण के दौर में घर की जिम्मेदारियां निभाते हुए डॉक्टर अपनी सेवाओं में तत्परता से जुटे हैं। खासतौर से महिला डॉक्टर्स को दोहरी भूमिका निभाना पड़ रही है। ऐसी ही शहर की एक डॉक्टर हैं डॉ. श्रद्धा।
डॉ. श्रद्धा ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों इंदौर में तो रोजाना 4 से 5 सेंटर पर टेस्टिंग के लिए जाना ही पड़ रहा है। सुबह 10-11 बजे से निकलते हैं तो पूरा दिन ही हो जाता है। सैंपल कलेक्ट करने में दिनभर हो जाता है। बीच में कुछ खा-पी भी नहीं सकते। कई बार सैंपल जमा करने के बाद लैब जाकर भीड़ होने के कारण 2-3 घंटे वहां भी इंतजार करना होता है। जिस कारण घर पहुंचने में भी समय हो जाता है । पर अभी हमने हमारा जीवन पूरी तरह से सेवा की लिए समर्पित कर दिया है। सुबह सीएचएमओ आॅफिस भी जाना होता है, वहां बहुत भीड़ होती है। हम कोशिश करते हैं कि किसी चीज को छुए नहीं। दिनभर भी अहतियात बरतते हैं। जब डॉक्टर पॉजिटिव निकल रहे तो अंदर से भय तो महसूस होता ही है पर हमने मानसिक रूप से खुद को तैयार कर रखा है कि संपर्क में यदि मरीज के आ रहे हैं तो यह हो भी सकता है पर इससे ठीक भी हो सकते हैं। अभी उन लोगों को हमारी जरूरत है जो कोरोना के शिकार हो चुके हैं।
दो छोटे बच्चे करते हैं इंतजार
मेरे घर में मेरी मम्मी, मेरे पति और दो 5 साल के बच्चे हैं। बच्चों से दिनभर दूर रहकर आओ तो घर लौटते से ही वे पास आने की जिद करते हैं। मैं खुद को अलग ही रख रही हूं हालांकि अभी। बड़े प्यार से समझाती हूँ। घर पर भी ग्लव्स, मास्क पहनकर रहती हूँ, बार-बार गुनगुने पानी से गरारे करती हूं। खुद को सुरक्षित रखने का बहुत हद तक प्रयास करती हूं।