फ्लाई ओवर 350 से 400 मीटर के होंगे 3 सब-वे एक ही तरफ उतरेंगे

फ्लाई ओवर  350 से 400 मीटर के होंगे 3 सब-वे एक ही तरफ उतरेंगे

जबलपुर । मदनमहल गुलाट पेट्रोल पंप से शुरू होकर दमोहनाका के क्षेत्रीय बस स्टैंड तक बनने वाला शहर के पहले बड़े फ्लाई ओवर से 3 सब वे उतरेंगे,लेकिन ये एक तरफा ही होंगे। इनकी लंबाई 350 से 400 मीटर की होगी। महानगर पैटर्न पर बाकायदा मेन रोड में निश्चित जगह लोहे की शीट से कवर्ड कर इसका काम शुरू किया गया है। इस तरह शहर में पहली बार इतना बड़ा प्रोजेक्ट धरातल पर उतरा है। बरसों से इस फ्लाई ओवर की प्रतीक्षा शहरवासी कर रहे हैं। इसकी योजना कई बार बनी और बिगड़ी मगर अंतत: सांसद राकेश सिंह और निवर्तमान महापौर डॉ स्वाती सदानंदग गोडबोले के प्रयास रंग लाए। साढ़े 7 सौ करोड़ का यह फ्लाई ओवर 5.9 किमी लंबा होगा जिसमें सब वे की लंबाई भी शामिल है। इसके लिए करीब पौने तीन सौ अतिक्रमणों को हटाया जाएगा। मदनमहल स्टेशन पर बिना रेलवे की एक इंच भी भूमि लिए इसके ऊपर 394 मीटर का केबल स्टे ब्रिज बनेगा।

ये क्षेत्र जुड़ेंगे

फ्लाई ओवर से पीएन्डटी व यादवकॉलोनी क्षेत्र की मेन रोड जुड़ेगी। इसकी लंबाई 400 मीटर होगी। रानीताल से यह पीएंडटी क कॉलोनी के गेट तक उतरेगा। मदनमहल चौराहे से एक लेन उतरेगी जो कि छोटी लाइन फाटक जाने वाले मार्ग को जोड़ेगी। इसी लंबाई 350 मीटर होगी। दूसरा सिरा मेडिकल मार्ग की ओर जाएगा जो कि मुख्य फ्लाई ओवर का रूट होगा। तीसरा सब वे रानीताल हनुमानमंदिर से ट्रैफिक थाने की ओर जाने वाले मार्ग की ओर उतरेगा। इसकी लंबाई भी 350 मीटर की होगी।

इस तरह नहीं किया जाएगा रेलवे की भूमि का उपयोग

मदनमहल स्टेशन के ऊपर बनने वाले केबल स्टे ब्रिज की ऊपरी लंबाई दोनों ओर 96-96 मीटर की होगी। दोनों लेन की कुल लंबाई 394 मीटर की होगी। इसकी केबल में स्टील की रस्सी का उपयोग होगा जो कि प्रदेश में भोपाल के बड़े तालाब की तरह होगा। रानीताल व बल्देवबाग में बो-स्टिंग ब्रिज जो कि जम्मू एंड कश्मीर के चिनाव नदी पर बना है की तरह होगा इसमें लोहे की गर्डर का उपयोग होगा। इसमें दशमेश द्वार मदनमहल में रोटरी भी बनेगी ये तिराहे के आकार का होगी। इसके लिए यहां के पेट्रोल पंप से लेकर अन्य निर्माण हटाए जाएंगे।

30 से 36 मीटर दूरी पर बनेंगे 160 पीयर

फ्लाई लाई ओवर के निर्माण में हर 30 से 36 मीटर की दूरी पर एक पीयर बनेगा। इस तरह यह पूरा फ्लाई ओवर 160 पीयर पर बनाया जाएगा। सभी पीयर का स्वाइल टेस्ट कराया जाएगा इसके अनुसार ही स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। इसके अलावा पूरे फ्लाई ओवर और लेग मार्ग का निर्मािण का स्ट्रक्चर सेग्मेंटल कांक्रीट पर होगा।

270 अतिक्रमणों के लिए 150 करोड़ का प्रावधान

फ्लाई ओवर निर्माण के लिए 270 अतिक्रमण चिन्हित किए गए हैं जिन्हें मुआवजा देने के लिए 150 करोड़ रुपए के प्रावधान की रूपरेखा तैयार की गई है।

फैक्ट फाइल

767 करोड़ का होगा फ्लाई ओवर

3 साल होगी काम पूरा करने की अवधि

5.9 किमी होगी कुल लंबाई

3 सब-वे उतरेंगे जो 350 से 400 मीटर लंबे होंगे

270 अतिक्रमण हुए हैं चिन्हित

150 करोड़ रुपए दिया जाएगा मुआवजा 

394 मीटर कुल लंबाई होगी केबल स्टे ब्रिज की

शहर के सबसे बड़े μलाई ओवर का काम शुरू हो चुका है। मैंने शहर के नागरिकों से μलाई ओवर व रि ंग रोड बनवाने का वादा किया था। अब रिंग रोड के लिए उच्चस्तरीय प्रयास कर रहा हूं। राकेश सिंह,सांसद।