बच्चों को दें स्टडी ब्रेक ताकि वे हो सकें रिलेक्स

बच्चों को दें स्टडी ब्रेक ताकि वे हो सकें रिलेक्स

लंबे समय से नेशनल एलिजिबिल्टी कम एंट्रेंस टेस्ट(नीट)और जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम(जेईई)मेन को स्थगित करने की मांग स्टूडेंट्स और पेरेंट्स की तरफ से की जा रही थी। इसे लेकर पैनल भी गठित किया गया था और शुक्रवार को मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट करके जानकारी दी कि जुलाई में होने वाली इन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। अब यह परीक्षाएं सितंबर माह में होगी। उन्होंने एक मिनट 33 सेकेंड का वीडियो भी जारी किया जिसमें उन्होंने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एनटीए ने सुरक्षा व इस परीक्षाओं की उत्कृष्टता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया। हमारे लिए स्टूडेंट्स की सुरक्षा पहले हैं फिर शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा। स्टूडेंट्स को कहा गया है कि ताकत व मस्ती के साथ बिना तनाव लिए पढ़ाई करे और इस अतिरिक्त समय में अपनी प्रतिभा में निखार लाएं। इस बारे में भोपाल के फैकल्टीज का कहना है कि यह निर्णय सही है क्योंकि परीक्षा दोबारा हो सकती है लेकिन जीवन दोबारा नहीं मिल सकता। एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टूडेंट्स लगातार पढ़ते हुए थक गए हैं क्योंकि वो जुलाई परीक्षा को देखते हुए फुल इंटेंसिटी से पढ़ाई में लगे थे लेकिन अब पेरेंट्स को अपने बच्चों को कम से कम 10 दिन का स्टडी ब्रेक देना होगा क्योंकि वो मेंटली थके हुए हैं।