गुजरात-राजस्थान सरकार ने बस आॅपरेटों को टैक्स में राहत दी है, प्रदेश सरकार भी दें
Bus operators

ग्वालियर। गुजरात, राजस्थान, उड़ीसा सरकार ने अपने बस आॅपरेटरों को टैक्स को लेकर राहत दी है, उसी प्रकार प्रदेश लॉकडाउन में जब बसों का संचालन नहीं हुआ है, उस अवधि का टैक्स माफ करके बस आॅपरेटरों को राहत दी जाए, ताकि बसों का संचालन शुरू हो सके। यह मांग मध्य प्रदेश रोडवेज के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्व में बस आॅपरेटरों ने सांसद विवेक शेजवलकर को सौंपे गए ज्ञापन के जरिए की है। ज्ञापन में कहा है कि गुजरात सरकार ने 1 अप्रैल से 30 सितंबर का टैक्स माफ कर दिया है इसी तरह से राजस्थान सरकार ने भी 50 से 75 फीसदी टैक्स को बस आॅपरेटरों को राहत दी है। प्रदेश में कोरोना के कारण 22 मार्च से 31 मई तक यात्री बसोें का संचालन बंद रहा है तो इसलिए म.प्र. मोटरयान कर अधिनियम की धारा-3 के तहत टैक्स माफ किया जाना चाहिए। बता दें कि बस आॅपरेटरों की किराया बढ़ाने की मांग पर गृह विभाग ने लॉकडाउन से पहले की तरह सवारी बैठाने की अनुमति दे दी है, लेकिन बावजूद इसके बस आॅपरेटर बसें चलाने को तैयार नहीं हैं।
अंतरराज्जीय बस स्टैंड पर बसें खड़ीं
टैक्स माफ किए जाने के कारण ग्वालियर सहित प्रदेश भर में क्षेत्रीय रूटों पर यात्री बसों का संचालन बंद है। शहर के अंतरराज्जीय बस स्टैंड से बसों का संचालन नहीं हो रहा है। झांसी रोड स्थित प्राइवेट बस स्टैंड से डबरा-भितरवार के लिए दो बसें चल रही हैं, लेकिन इनमें लोगों को बस में बैठाने से पहले सैनेटाइजर से हाथ नहीं धुलवाए जा रहे हैं।