दोपहर में पड़ी भीषण उमस, रात्रि में बरसा पानी
Rain water

ग्वालियर। दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे लगे मध्य पूर्व अरब सागर के पास एक निम्न दाब का क्षेत्र बन रहा है, चलते ग्वालियर-चंबल संभाग में मौसम पल-पल करवट लेता नजर आ रहा है, कभी भीषण गर्मी, तो कभी तेज उमस, तो कभी धूल भरी आंधी के साथ बारिश ने शहरवासियों के अब परेशान करके दिया है। सोमवार पूरे दिन तेज धूप निकलने से जहां लोगों को भीषण उमस का सामना करना पड़ा, हालांकि हल्के बादल कभी-कभी इधर से उधर उमड़ते घुमड़ते नजर आए, शाम को मौसम में एकाएक बदलाव हुआ और मौसम भी एकाएक सुहाना हो गया, जिससे लोगों ने कुछ देर के लिए भीषण उमस से राहत की सांस ली, लेकिन रात्रि पौने सात बजे के लगभग एकाएक 70 से 80 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली, जिससे शहर में स्थित टीनसेड उड़ गए, वहीं कई स्थानों पर पेड़ों की शाखाएं जमीदोंज हो गईं, जिससे इधर से उधर जा रहे लोगों को रास्ता बंद होने से जाम की स्थिति की सामना करना पड़ा। इसके बाद तेज बौछारों पड़नी शुरू हुईं, जो करीब 45 मिनट का अनवरत हुई। जिससे शहर के सारी सड़कें पानी की सराबोर हो गईं। देर रात्रि तक कभी बूंदाबांदी तो कभी बौछारों का क्रम जारी रहा। मौसम विभाग ने सोमवार को अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से 4.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा व न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
आगे क्या
मौसम अनुसंधान केंद्र थाटीपुर के प्रभारी अधिकारी सीके उपाध्याय ने बताया कि दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे लगे मध्य पूर्व अरब सागर के पास एक निम्न दाब का क्षेत्र बन रहा है। जिसके कारण 2 जून, 4 जून, 5 जून, 6 जून को ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। वहीं इसके प्रभाव से केरल में मानसून अपने निर्धारित तिथि 25 जून को दस्तक देने की प्रबल संभावना बन रही है।