भारत कोरोना के ज्यादा जोखिम वाले 15 देशों में शामिल

नई दिल्ली देश में जिस तरह से रोजाना कोराना के मरीज बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए लग रहा है कि कोरोना का खतरा फिर लौट रहा है। यहां लॉकडाउन में ढील देने से कोरोना के केस बढने की बात सामने आई है। यह बात सिक्योरिटीज रिसर्च फर्म नोमुरा की रिपोर्ट में सामने आई है। इन 15 देशों में कोरोना की लहर दोबारा लौटने की आशंका जताई गई है। नोमुरा ने इस रिसर्च में 45 देशों को शामिल किया है। इन देशों को 3 कैटेगरी में रखा गया। पहली- आॅन ट्रैक, दूसरी- वॉर्निंग साइन और तीसरी-डेंजर जोन की है। भारत को डेंजर जोन में रखा गया है।
ऑन ट्रैक
इस कैटेगरी में ऑस्ट्रेलिया , फ्रांस, इटली, आॅस्ट्रिया, जापान, नॉर्वे, स्पेन, थाईलैंड, इटली, ग्रीस, रोमानिया, दक्षिण कोरिया जैसे 17 देश हैं। इन्हें ग्रीन कलर के साथ सेफ बताया गया है। वॉर्निंग साइन: इसमें डेनमार्क, फिनलैंड, हंगरी, आयरलैंड, पोलैंड, जर्मनी, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे 13 देशों को शामिल किया है।
डेंजर जोन
इसमें कुल 15 देश हैं। प्रमुख देशों में भारत, इंडोनेशिया, चिली, पाकिस्तान, ब्राजील, मैक्सिको का नाम है। इसमें कुछ बेहतर अर्थव्यवस्था वाले देश जैसे स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा भी शामिल हैं।
रिपोर्ट में 13 देशों में चेतावनी के संकेत मिले
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वायरस फिर से आने के कोई संकेत नहीं हैं। 13 देशों में चेतावनी के संकेत दिखाई दिए हैं। वहीं, 15 देश सबसे ज्यादा जोखिम वाले जोन में हैं। यहां वायरस की दूसरी लहर आ सकती है।
दो तरह के हालात बनेंगे
स्टडी के मुताबिक, लॉकडाउन हटाने से दो तरह के हालात बनेंगे। पहला:किसी देश में गतिविधियां बढ़ेंगी, कारोबार दोबारा शुरू होगा, लेकिन रोजाना नए मामलों में मामूली बढ़ोतरी होगी। दूसरा:नतीजे बुरे हो सकते हैं। इसमें अर्थव्यवस्था को खोलने से रोजाना संक्रमितों के मामले बढ़ेंगे। जनता के बीच डर फैलेगा और लोगों की गतिविधियां प्रभावित होंगी। यहां लॉकडाउन दोबारा लागू किया जा सकता है। विदित है कि देश में 25 मार्च को पहला लॉकडाउन लगाया गया था, जो अलग- अलग 4 फेज में 30 मई तक चला।