भारत भी तैयार:उत्तराखंड की दुर्गम जोहर घाटी में हेलीकॉप्टर से पहुंचाई भारी मशीन

भारत भी तैयार:उत्तराखंड की दुर्गम जोहर घाटी में हेलीकॉप्टर से पहुंचाई भारी मशीन

नई दिल्ली । उतराखंड का जोहर घाटी हिमालय का बेहद ही दुर्गम स्थान है। यहां भारत-चीन सीमा के नजदीक भारत सामरिक महत्व के सड़कों के निर्माण को तेजी देने में सफल हो गया है। सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनों को हेलीकॉप्टर्स के जरिए पहुंचा दिया गया है। बीआरए के चीफ इंजीनियर बिमल गोस्वामी ने कहा कि वर्ष 2019 में कई प्रयासों में असफल रहने के बाद सीमा सड़क संगठन को हाल में सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली भारी- भरकम मशीनों को हेलीकॉप्टरों के जरिए लाप्सा तक पहुंचाने में सफलता मिली है। इससे सड़क निर्माण जल्द होने की उम्मीद है। पत्थरों को काटने वाली भारी मशीनों के उपलब्ध नहीं होने से 65 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में देरी हो रही थी। मुनसियारी-बोगदीयार-मिलाम रोड का निर्माण हिमालय की जोहर घाटी में हो रहा है। यह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आता है। यह सड़क भारत-चीन सीमा पर आखिरी पोस्ट को जोड़ेगा।