सिंधिया के साथ सैलाब, तो बरैया चले गए बरस कर

भोपाल। राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारी भीड़ रही। इसके चलते उन्हें सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षा घेरा बनाए रखने के लिए खासी मशक्कत करना पड़ी तो वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के साथ कांग्रेस से ज्यादा पुराने बसपा कार्यकर्ताआें की मौजूदगी रही। इस दौरान बरैया जमकर भाजपा पर बरसे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शांत बने रहे। सिंधिया का कारवां ठीक दोपहर 2:00 बजे विधानसभा पहुंच गया था। पहले ही पहुंच चुके समर्थकों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनका अभिवादन किया। हालांकि सिंधिया, शिवराज और गोपाल भार्गव सहित भाजपा नेताओं के साथ भीड़ बिना रुके सीधे रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष तक पहुंची। यहां पर एडीशनल एसपी संजय साहू ने मोर्चा संभाला और सिंधिया एवं नेताओं को भीड़ से निकाला। हालांकि, नामांकन दाखिल करने के बाद सिंधिया निकले और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के कक्ष तक पहुंचे। यहां से निकले और रवाना हो गए। इस दौरान सिंधिया समर्थक उनकी जयकार के नारे लगाते रहे। दिग्विजय सिंह बने रहे शांत: पहले कांग्रेस के सेकंड कैंडीडेट फूल सिंह बरैया अपना पर्चा दाखिल करने पहुंचे। उनके साथ दिग्विजय सिंह पहुंचे और नामांकन दाखिल करवाया। हालांकि बाद दिग्विजय सिंह शांत रहे और बरैया ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बरैया ने कहा पहले के चुनाव में इसलिए हारे कि अकेले थे, लेकिन अब तो कांग्रेस पार्टी उनके साथ है तो वह जीतेंगे। सिंधिया के साथ गए विधायक लौट आएंगे और उनका साथ देंगे।
NRC पर गलत बोले बरैया
बरैया ने एनआरसी के बारे में गलतबयानी की। उन्होंने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर लागू हो जाने से देश की छवि बिगड़ी और यूनाईटेड नेशंस तक में पूछा जा रहा है कि आखिर देश के संविधान के साथ क्या हो रहा है। बाद में एनआरसी लागू नहीं होने की जानकारी देकर सवाल पूछने पर बरैया टाल गए।
डॉ. गोविंद बोले - आगे देखो
जीएडी मंत्री डॉ. गोविंद सिंह से इस मौके पर पीपुल्स समाचार ने बागी विधायकों से संपर्क करने का सवाल किया तो उनका कहना था कि आगे देखों क्या होता है। उनका कहना था कि पार्टी के अलग-अलग लोग लगे हैं जो विधायकोंं से बात कर रहे हैं, लेकिन नतीजों के बारे में अभी नहीं बता सकते। भाजपा को नतीजो के लिए तैयार रहना चाहिए।
रंजना बघेल को ऐनवक्त पर बनाया ‘डमी’ उम्मीदवार
भाजपा ने राज्यसभा की तीन में से दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन पार्टी ने पूर्व मंत्री रंजना बघेल को तीसरी सीट पर उतारा है। पार्टी ने यह फैसला ऐनवक्त पर लिया। बघेल बी फार्म लेकर सुमेर सिंह सोलंकी के साथ विधानसभा पहुंची। जब बघेल से पूछा गया कि पार्टी ने उन्हें बलि का बकरा बनाया है तो उनका कहना था कि पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है, पार्टी ही जिताएंगी।