डुमना नेचर रिजर्व को गुपचुप तरीके से सौंपने की तैयारी कर रहा जबलपुर नगर निगम

जबलपुर । नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डॉ. पीजी नाज पाण्डे व सदस्यों ने बताया कि पिछले दिनों गुपचुप तरीके से डुमना रिजर्व को जबलपुर कार्पोरेशन से निकालकार वन विभाग को सौंपने की तैयारी की जा रही है, उन्होंने यह आरोप लगाते हुए इसे साजिश करार देते हुए तकनीकी आधार पर इसे गलत बताया है। इस मामले में जानकारी उजागर करते हुए उपभोक्ता मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर 2019 में एयरपोर्ट अथॉरिटी नई दिल्ली ने डुमना टाईगर सफारी पर आपत्ति उठाई थी किंतु ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह आपत्ति जबलपुर कार्पोरशन द्वारा दरकिनार कर दी गई है।
हवाई अड्डे से नजदीकी घातक
उपभोक्ता मंच ने डुमना हवाई अड्डे के संचाले से चर्चा कर बताया कि टाईगर सफारी में बाघों को दिए जाने वाले खाने से बचे एवं फेंके जाने वाले मांस की वजह से यहां गिद्ध या समकक्ष पक्षी आकाश में मंडरायेंगे जो विमानों के लिए खतरा साबित होंगे। इस बात को सही मानकर एयरपोर्ट अथॉरिटी नई दिल्ली द्वारा आपत्ति उठाई है। मंच के सदस्यों का यह भी कहना है कि टाईगर सफारी खंदारी तलाशय के निकट हो होने की वजह से इसमे फेंके गए अपशिष्ट से जल भी दूषित होगा जो आमजनों सहित मवेशियों के लिए भी खतरनाक साबित होगा।
निर्माण का तकनीकी आधार पर विरोध
उपभोक्ता मंच के डॉ. पीजी नाज पाण्डे, रजत भार्गव, डॉ. एबी श्रीवास्तव, अनिल पचौरी तथा राममिलन शर्मा ने बताया कि उनकी संस्था टाईगर सफारी का विरोध नहीं करती है लेकिन डुमना नेचर रिजर्व में टाईगर सफारी का निर्माण पर तकनीकी आधार पर विरोध है।