ज्येष्ठ पूर्णिमा भगवान जगन्नाथ हुए बीमार भक्तों ने लगाया काढ़ा और औषधियों का भोग

ज्येष्ठ पूर्णिमा भगवान जगन्नाथ हुए बीमार भक्तों ने लगाया काढ़ा और औषधियों का भोग

जबलपुर । ज्येष्ठ पूर्णिमा को भगवान जगन्नाथ को ठंडे जल से स्नान कराया जाता है। इस स्नान के बाद भगवान को ज्वर आ जाता है। 15 दिनों तक भगवान जगन्नाथ को एकांत में एक विशेष कक्ष में रखा जाता है। जहां केवल उनके वैद्य और निजी सेवक ही उनके दर्शन कर सकते हैं। इसे अनवसर कहा जाता है। वहीं लार्डगंज स्थित जगदीश मंदिर में विविध आयोजन हुए। इस दौरान भगवान जगन्नाथ को फलों के रस, औषधि एवं दलिया का भोग लगाया जाता है। भगवान स्वस्थ होने पर अपने भक्तों से मिलने रथ पर सवार होकर निकलते हैं जिसे जगप्रसिद्ध रथयात्रा' कहा जाता है। रथयात्रा प्रतिवर्ष आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकलती है। इस अवसर पर मुकेश साहू, महेश साहू, राजेश, ब्रजेश, जगदीश साहू, नरेन्द्र साहू, विशाल साहू, सुरेन्द्र साहू, महेश, हरीश, उमाशंकर, पप्पी सहयोगी, रवि महेतो, श्रीकांत साहू उपस्थित रहे।