भोपाल कलेक्टर बने लवानिया

भोपाल कलेक्टर बने लवानिया

 भोपाल ।  भोपाल में कोरोना को रोकने की जिम्मेदारी अब युवा आईएएस अविनाश लवानिया को दी गई है। राज्य शासन ने उन्हें भोपाल कलेक्टर बनाया है। वे शुक्रवार को पदभार संभालेंगे। इधर भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े को लवानिया की जगह खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मप्र का संचालक बनाया है। 2009 बैच के आईएएस लवानिया के नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं। उज्जैन सिंहस्थ के दौरान वे नगर निगम आयुक्त थे। उनके पास मेला अधिकारी का भी प्रभार था। उन्होंने तब सिंहस्थ में 8 करोड़ श्रद्धालुओं का पूरा प्रबंधन कुशलता पूर्वक संभाला था। जबकि इलाहाबाद कुंभ में भी इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु नहीं आए थे।

 गेहूं खरीद में नंबर वन

अविनाश लवानिया के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ी है। इस वर्ष गेहूं खरीदी में मप्र पंजाब को पीछे छोड़ते हुए देश का नंबर वन राज्य बना है। लवानिया को यह श्रेय खाद्य और वेयर हाउस संचालन के दौरान मिला है। उन्होंने गेहूं की खरीदी और उसके रखरखाव का उचित प्रबंधन किया। वहीं लवानिया को भोपाल में कामकाज का पहले से अनुभव हैे। वह 2018 में भोपाल नगर निगम के कमिश्नर रह चुके हैं।