साशा के लिवर-किडनी में संक्रमण, सकते में प्रबंधन

ग्वालियर। कूनो की मादा चीता साशा लिवर और किडनी के संक्रमण से जूझ रही है। इसके इलाज के लिए कूनो अभयारण्य के चिकित्सक अफ्रीका के विशेषज्ञों से भी मदद ले रहे है। वहीं, उसे दोबारा खुले बाड़े में छोड़ने को लेकर प्रबंधन असमंजस में है। नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में से एक मादा साशा पिछले कुछ समय से बीमार चल रही है। बड़े बाड़े में रहने के दौरान उसने खाना-पीना छोड़ दिया था। जब वहां तैनात केयर टेकर की उस पर नजर गई तो उसने तत्काल चिकित्सकों की टीम को सूचना दी। इसके बाद उसे इलाज के लिए पिंजरे में लेकर पड़ताल की गई तो मालूम हुआ कि उसके लिवर और किडनी में संक्रमण फैल गया है। इससे उसे खाना खाने और पचाने में परेशानी हो रही है। शुरुआती दौर में उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही थी। बताया जा रहा है कि फिलहाल साशा की हालत खतरे से बाहर है।
सभी का सर्वाइव करना बड़ा टास्क
कूनो में रह रहे सभी आठ चीतों का वहां एक साथ सर्वाइव होना प्रबंधन के लिए बड़ा टास्क है। दरअसल, वहां आशा, ओवान और अन्य चीते काफी आक्रामक हैं और शिकार करके वहां के माहौल में अच्छे से ढल गए हैं, जबिक साशा और एक-दो अन्य चीते परेशानी का विषय हैं। दरअसल, चीते शिकार करने के बाद वहां किसी अन्य जंगली जानवर या आदमी की मौजूदगी भांपकर अपना भोजन छोड़कर चले जाते हैं। ऐसे में उनका आगे सर्वाइव करना बड़ा टास्क है।