एमआरपी से डेढ़ गुना ज्यादा कीमत पर बेची जा रही शराब, अधिकारी रो रहे स्टॉफ कम होने का रोना

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एमआरपी से डेढ़ गुना ज्यादा कीमत पर बेची जा रही शराब, अधिकारी रो रहे स्टॉफ कम होने का रोना

ग्वालियर। आबकारी द्वारा जिले में न्यूनतम बिक्री दर (एमएसपी) से शराब बेचने के ढोल की पोल खुल गई है। जानकारों की मानें तो शहर में एमआरपी से ेडेढ़ गुना कीमत पर शराब बेचकर करोड़ो के वारे न्यारे करने का खेल अब आबकारी विभाग के जिम्मेदार कर रहे है। अहम बात यह है कि पूरे मामले में विभागीय जिम्मेदार अफसर स्टॉफ कम होने का, तो कलेक्टर को कार्यवाही करने का हवाला देकर पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे है। हाईकोर्ट आदेश आने के बाद जिले की सभी 113 दुकानों के सरेंडर होने के बाद आबकारी विभाग द्वारा जिले में 23 देशी व 21 विदेशी शराब दुकानों का संचालन विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा करवाया जा रहा है। लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी भी जनता के साथ खुली लूट करने पर अमादा हो गए है। यहीं कारण है कि शहर में कुछ शराब दुकानों पर मनमाने रेट पर शराब बेच रहे हैं। हद तो यह है कि चुनिंदा कंपनियों के ब्राण्ड ही दुकानों पर रखे हुए हैं और शौकीनों से उनके भी डेढ़ गुने दाम वसूले जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो आबकारी विभाग द्वारा 8 जून से 13 जून तक लगभग 5 करोड़ की शराब बेची जा चुकी है और इसमें बहुत बड़ी रकम विभागीय जिम्मेदारों के जेब में पहुंच गई है। यहीं कारण है कि अधिकारी स्टॉफ कम होने का रोना रोकर मामले से पल्ला झाड़ते हुेए नजर आ रहे है।

230 वाली एमडी हाफ दी 400 रूपये में

शिकायतकर्ता ने झांसी रोड़ स्थित नाका चन्द्रवदनी की शराब दुकान से एमडी रम की हाफ बोतल 400 रूपये में खरीदी। जबकि उस पर 230 रूपए एमएसपी व 270 रूपए एमआरपी के डले होने के साथ पैकिंग जनवरी 2020 की थी। अह्म बात यह है कि मौके पर आबकारी विभाग के अफसरों ने पुराने ठेकेदार के बंदो से ही बिक्री करवाई जाने की बात कहीं है।

आज से 17 दुकानों का संचालन करेंगे ठेकेदार 
ठेके छोड़ने के बाद आबकारी विभाग द्वारा फिलहाल जिले की बिक्री में टॉप 17 दुकानों को 7 दिन के लिए ठेके संचालन करने की शुरूआत रविवार से करने जा रहा है। हालांकि ठेकेदारों को देने के चलते पिछोर (डबरा) की शराब दुकान शनिवार को संचालित करने की शुरूआत हो चुकी है। विभाग को उम्मीद है कि 17 दुकानों से अगले 7 दिन में लगभग 50 करोड़ से ज्यादा की राशि मिलेगी।