लॉकडाउन से जिंदगी की रफ़्तार पर ब्रेक, पर महंगाई ने पकड़ी गति
भोपाल । पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने महंगाई में आग लगाना शुरू कर दी है। ढाई माह के लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1.0 में लोगों को उम्मीद थी, कि केंद्र और प्रदेश सरकार लोगों को राहत देगी, लेकिन जैसे ही बाजार खुले, महंगाई की मार पड़ने लगी है। बीते 10 दिनों में यात्री किराया, किराना सामान और सब्जियों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। आटा, दाल, चावल और तेल के भाव भी बढ़ गए हैं। वर्तमान में तुअर दाल को छोड़कर मूंग दाल, सोयाबीन तेल, मूंगफली दाने, शकर और आटा महंगा चल रहा है। वहीं, सब्जियों की कीमतें भी बढ़ने लगी हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से सवारी आॅटो और लोडिंग आटो, आॅपे संचालकों ने भी अपने रेट बढ़ाकर दो गुने कर दिए हैं।
डीजल की कीमतें (रुपए/लीटर में)
लॉकडाउन से पहले
20 मार्च 68.04 रुपए
4 अप्रैल 68.49 रुपए
9 मई 68.49 रुपए
इस महीने के रेट
3 जून 68.06 रुपए
18 जून 75.92 रुपए
14 दिन में बढ़े दाम 10.02 रुपए
पेट्रोल की कीमतें (रुपए/लीटर में)
लॉकडाउन से पहले
20 मार्च 77.31 रुपए
4 अप्रैल 77.79 रुपए
9 मई 77.79 रुपए
इस महीने के रेट
3 जून 77.33 रुपए
18 जून 85.25 रुपए
14 दिन में बढ़े दाम 8.99 रुपए
किराना सामान के दाम (रुपए/किलो में)
सब्जी के दाम (रुपए/किलो में)
सवारी ऑटो किराया व लोडिंग ऑटो किराया
घर चलाना हो गया मुश्किल
सब्जी और किराना भी महंगा हो गया है। ऐसे में घर चलाना मुश्किल हो रहा है। पूजा रजक, गृहिणी
ऑटो से आना-जाना महंगा
पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से ऑटो से आना-जाना भी महंगा पड़ रहा है। राजू शाक्या, नौकरीपेशा
पुराने रेट पर आधी सवारी ले जाना मुमकिन नहीं
डीजल बहुत महंगा हो गया है, और पुराने रेट में आधी सवारी ले जाना मुश्किल है। पहले हमारा किराया 5 से लेकर 25 रुपए के बीच था। यह किराया अब दोगुना करना जरूरी है। गणेश सिंह बघेल, अध्यक्ष, नगर वाहन ऑनर्स समिति, भोपाल
हमने सरकार को अपनी परेशानी बता दी है
हम सरकार को परेशानियों से रूबरू करा चुके हैं। पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने और आधी सवारी ले जाने पर किराया दोगुना करना ही होगा। मैजिक वाहन का किराया 5-25 रुपए के बीच होता है, जो नए नियमों के अनुसार डबल होगा, तभी सर्वाइव कर पाएंगे। गनी खान, अध्यक्ष, मैजिक चालक एसोसिएशन