महापौर : पार्षद ने किया सरकारी जमीन पर कब्जा पार्षद : अपने गुनाह छुपाकर महापौर कर रहे गुमराह

भोपाल। आर्च ब्रिज लोकार्पण को लेकर शुरू हुआ महापौर आलोक शर्मा और पार्षद शबिस्ता जकी के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। महापौर ने पार्षद और उनके पति पर लोगों को बहकाकर स्मार्ट रोड का निर्माण रोकने के साथ ही आर्च ब्रिज की 25 हजार वर्ग फीट की जमीन पर कब्जा कर जिम चलाने का आरोप लगाया। महापौर ने शनिवार को भारत माता चौराहे पर दिए धरना दिया। इधर पार्षद ने पलटवार करते हुए कहा कि महापौर ने गलतबयानी कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं ताकि वह अपनी नाकामी छिपा सकें। पार्षद ने इसके बाद अपने समर्थकों के साथ महापौर निवास का घेराव कर काले झंडे दिखाए।
विकास की राह में रोड़ा बनी हैं पार्षद और उनके पति
स्मार्ट रोड 32 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। यह पुराने और नए शहर को जोड़ने वाला रोड है। जिसे अब तक लोकार्पित हो जाना चाहिए था। लेकिन क्षेत्रीय पार्षद हैं जो मुख्यमंत्री की खास होने का दावा करती हैं, इसमें रुकावट बनी हुई है। पार्षद पति जो अपने आपको कांग्रेस का महामंत्री बताते हैं। वह सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने पार्षद के साथ मिलकर आर्च ब्रिज की 25 से 30 हजार वर्ग फीट जमीन पर कब्जा कर हेल्थ क्लब बनाया है। कलेक्टर, निगम कमिश्नर और डीआईजी नहीं सुन रहे।
हमें कब्जे का शौक नहीं
हमारे पास बहुत सारे जिम है, हमें किसी जमीन पर कब्जा करने का कोई शौक नहीं है। स्मार्ट रोड के नाम पर गरीबों के मकान तोड़ दिए, उन्हें टीन के डिब्बों में बसा दिया। न बिजली दे रहे हैं न पानी दे रहे हैं। अपने गुनाहों को छिपाने के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं।