गाड़ी जब्त होने की चेतावनी से घटी सड़कों पर भीड़, 1 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज

गाड़ी जब्त होने की चेतावनी से घटी सड़कों पर भीड़, 1 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज

जबलपुर । कई दिनों की समझाईश के बाद मंगलवार को पुलिस एक्शन मोड में नजर आई। सुबह से ही माईक पर चेतावनी दी जाने लगी थी कि यदि दो पहिया या चार पहिया वाहन से बाहर मिले या घर के बाहर भी गाड़ी खड़ी मिली तो जब्त कर ली जाएगी। यह चेतावनी सुनकर तफरीहन या मा मूली जरूरत के लिए निकलने वालों के हौसले पस्त हो गए और वे घरों में दुबक गए। इसके बावजूद कुछ हौसलामंदों ने हिम्मत दिखाई तो उन पर पुलिस ने 1 दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज कर वाहन जब्त कर लिए और 14 अप्रैल के बाद छोड़ने कहा। लाख चेतावनी के बाद भी कुछ विघ्न संतोषी टाइप के लोग तफरीह से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोगों को न खुद की जान का डर है न परिवार या मोहल्ले वालों की। ऐसे लोगों पर पुलिस सख्ती बरत रही है। वहीं फोटो खिंचाने के चक्कर में ननि की टीम के साथ दवा छिड़काव में साथ रहने वालों,भोजन के पैकेट बांटने वालों के लिए प्रशासन ने अपील जारी की है कि वे सामग्री रेडक्रास सोसाइटी को दें,जहां से जरूरत के हिसाब से इसे बांटा जाएगा।

सांसद राकेश सिंह तथा केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में बैठक लेकर कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम तथा कर्फ्यू एवं लॉकडाउन के तहत लगाए गए प्रतिबन्धों का पालन कराने किए जा रहे उपायों की समीक्षा की । श्री सिंह ने जबलपुर में पॉजिटिव केस में उपचार की उपलब्ध सुविधाओं, आइसोलेशन वार्ड की संख्या, वेन्टीलेटर्स की उपलब्धता, डॉक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टॉफ के लिए पीपीई किट, मास्क एवं सेनिटाइजर की उपलब्धता की जानकारी ली । बैठक में विधायक अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी , सुशील तिवारी इंदू , पूर्व मंत्री अंचल सोनकर एवं शरद जैन , जीएस ठाकुर , सम्भागायुक्त रविन्द्र कुमार मिश्रा, आईजी पुलिस भागवत सिंह चौहान, डीआईजी पुलिस मनोहर वर्मा, कलेक्टर भरत यादव, पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार , मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ प्रदीप कसार, सीएमएचओ डॉ मनीष मिश्रा भी मौजूद थे ।

रीवा के पूर्व छात्र ने पीएम कोष में दिए साढ़े 7 करोड़

श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय, रीवा के पूर्व छात्र डॉ. विजय राज सिंह ने प्रधानमंत्री राहत कोष में एक मिलियन डॉलर (7,63,80,000/- ) लगभग साढ़े 7 करोड़ रुपए जमा किए हैं, जो कि देश के कई बड़े-बड़े स्टार्स और व्यवसाइयों के दान से भी ज्यादा है। रीवा के इस सपूत को विंध्य और प्रदेश का मान बढ़ाने के लिए सराहना मिल रही है।

संकट के दौर में कविता से दिया संदेश

लॉकडाउन से जूझ रहे नागरिकों के लिए भाजपाप्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजयराज पटैरिया ने कविता के माध्यम से हिम्मत बंधाई है। उनकी कविता इस प्रकार है। कोरोना मारा जाएगा कोरोना लेकर आया है रोना लेकिन नहीं बचेगा कोरोना तेरे लिए कोई कोना। डरना नहीं-थकना नहीं लड़ना है इस दानव से यह दानव दवा से नहीं धैर्य-हिम्मत से मारा जाएगा कोरोना। बिनाअपराध के नगर कैद हुआ तेरे कारण हम तो बने रहेंगे अभी इस धरा पर पर तेरा अंत निश्चित इस धरा पर देश बंद,दुनिया बंद,सड़कों पर पसरा सन्नाटा,याद रहेगा किसने याद किया तुम्हें, किसने नहीं यह भी याद रहेगा तुम्हें,कोरोना तू तो मारा जाएगा।

जैन समाज की धर्मशाला में 560 लोगो को मिला आश्रय

जबलपुर जैन समाज की धर्मशालाओ मे अनाश्रित, बेसहारा लोगों के आवास की व्यवस्था की गई है। जैन समाज ने स्वत: स्फूर्त भावना से प्रशासन के सहयोग के लिये अपनी धर्मशाला भवन समर्पित कर दी है। जैन समाज के प्रसिद्ध तीर्थ पिसनहारी की मढिया मे 500 लोगों के आवास, भोजन की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम मे बड़ा जैन मंदिर गढा की धर्मशाला मे 60 लोगों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था की गई है। डी एन जैन कॉलेज ग्राउंड को प्रशासन को पार्किंग के लिए दिया जैन समाज के ट्रस्ट सेठ दालचंद नारायण दास ट्रस्ट के अर्न्तगत संचालित डी एन जैन कॉलेज ग्राउंड को प्रशासन को वाहन पार्किंग के लिये प्रदान कर दिया है। विगत दिवस सब्जी मंडी के गोलबाजार स्थानांतरित होने से पार्किंग व्यवस्था की परेशानी को देखते हुये ट्रस्ट ने ग्राउंड समर्पित किया है। आवारा जानवरो के लिये रांझी जैन समाज ने 2000 किलो हरी घास उपलब्ध कराई।मुख्य मार्गों पर अनेक स्थानों पर घास के ढेर लगाकर मूक पशुओ के प्रति सेवा भाव प्रदर्शित किया।

भाजयुमो ने वितरित किया भोजन

भाजयुमो ने मंगलवार को कहा कि प्रशासन ने गत दिवस घोषणा की थी कि जो लोग असहाय गरीबों को भोजन वितरण कर रहे हैं, वे आज से न करें, प्रशासन हर किसी तक भोजन उपलब्ध कराएगा,मगर हुआ वही जिसका डर था। दोपहर 1 बजे तक ग्वारीघाट तट पर रह रहे असहाय गरीबों को भोजन नहीं पुहंचा था। सूचना मिलने पर युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष रंजीत पटेल और पराग दीवान ने भोजन की व्यवस्था की और उन गरीबों का पेट भरा। प्रशासन से ये आग्रह है कि जो आपने सामाजिक संगठनों को भोजन वितरण नही करने का जो आदेश दिया है, उसे बदलना चाहिए, क्योंकि प्रशासन सभी जगह भोजन वितरण करने नही पहुंच सकता ।