अधिकतर डैम के पानी का नहीं हो सका उपयोग, ज्यादा बारिश तो बाढ़ का खतरा

अधिकतर डैम के पानी का नहीं हो सका उपयोग, ज्यादा बारिश तो बाढ़ का खतरा

भोपाल। मौसम विभाग ने इस वर्ष सामान्य बारिश का अनुमान लगाया है, लेकिन पिछले साल भारी बारिश के चलते डैम ज्यादा खाली नहीं हैं। इक्का-दुक्का बडे बांधों को छोड़कर अधिकांश डैम 5 से 7 मीटर ही खाली हैं । ऐसे में बारिश होती है, तो इन्हें भरने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इधर, अभी तक सरकार ने भी बारिश को लेकर कोई खास तैयारी या निर्देश कलेक्टरों को नहीं दिए हैं। बडे बांधों में इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, रानी अवंतीबाई (बरगी), बाणसागर, माही बांध, मणिखेड़ा, बारना आदि में पानी भरपूर है। इनमें से अधिकांश डैम दो- तीन दिन लगातार बारिश होने पर ही लबालब हो जाएंगे। प्रदेश के डैम बिजली पैदा करने के साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी मुहैया कराते हैं। इस बार भारी बारिश कई डैम के लिए खतरा बन सकती है, क्योंकि डैम में पानी भरा हुआ है। लॉकडाउन की वजह से मेंटेनेंस भी नहीं हो पाया है। पिछले साल भारी बारिश के चलते गांधी सागर में दरार आने से कई गांवों में पानी भर गया था।

कई डैम 50 साल पुराने, रूटीन मेंटेनेंस भी नहीं हुआ

मध्यप्रदेश में बारना, बाण सागर, सम्राट अशोक सागर, गांधी सागर, कुंवर चैन सिंह, संजय सागर सहित दर्जनभर से ज्यादा डैम ऐसे हैं, जो 50 साल या इससे अधिक पुराने हो चुके हैं। इन्हे हर साल बारिश के पहले मेंटेनेंस की जरूरत होती है। खासकर डैम के गेट की रिपेयरिंग, ऑयल-ग्रीसिंग, दरारों को भरने आदि का काम बेहद जरूरी होता है। लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के कारण घोषित लॉकडाउन की वजह से अधिकतर डैम में मेंटेनेंस का काम नहीं हो सका और इधर, प्रदेश में मानसून दस्तक दे चुका है। ज्यादा बारिश हुई तो दिक् कत हो सकती है।