खुर्द-बुर्द होने की चर्चा के बीच ननि ने रेडक्रॉस को देना शुरू की चैरिटी आन व्हील्स से जमा सामग्री

खुर्द-बुर्द होने की चर्चा के बीच ननि ने रेडक्रॉस को देना शुरू की चैरिटी आन व्हील्स से जमा सामग्री

जबलपुर । लॉक डाउन के दौर में आम नागरिकों से वंचितों के लिए सहायता जुटाने के लिए नगर निगम ने पूरे शहर में चैरिटी आन व्हील्स चलाई थीं जिनसे भारी मात्रा में अनाज व अन्य खाद्य सामग्री एकत्र की गई थी। काफी समय तक नगर निगम ने अपने 15 संभागों से भोजन वितरण व्यवस्था भी प्रारंभ रखी जो कि अब केवल एक जोन दीनदयाल वार्ड से सीमित हो गई है।अब बाकी बचे अनाज व सामग्री की खुर्द-बुर्द होने की खबरें सामने आने के बाद निगमायुक्त आशीष कुमार ने बची सामग्री रेडक्रॉस सोसाइटी को सौंपने का निर्णय लिया है जिसके तहत रेड क्रॉस को काफी मात्रा में आटा पहुंचाया गया है। अफसोस की बात यह है कि जिस कल्याणकारी उद्देश्य को लेकर निगमायुक्त ने इस पहल को प्रारंभ करवाया था उसके उनके ही कुछ कर्मचारियों ने पतीला लगाना शुरू कर दिया था। यह सामग्री नगर निगम मुख्यालय में महापौर आवास के पीछे बने कक्षों में, सहायक यंत्री जल के कक्ष क्र. 12,13 में आटा, चावल, दाल की बोरियां के साथ तेल के डिब्बों का अंबार लगा हुआ है। वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष कक्ष,सूचना अधिकार कक्ष,एमआईसी कक्ष में आटे की बोरियां भरी पड़ी हैं। इन सभी कार्यालयों में ताला डला हुआ है। बताया जाता है कि रोज 6 से 7 छोटा हाथी ट्रकों में माल लोड होकर भिजवाया जाता रहा है। इनके चालकों से पूछे जाने पर उनका जवाब था कि जहां साहब कहेंगे पहुंचाएंगे। चर्चा यह भी सुनी गईं कि कांग्रेस के एक पूर्व पार्षद और एक भाजपा नेत्री ने तेल,साबुन,क्रीम और अन्य सामग्री की एक खेप अपनेअ पने घरों में पहुंचा चुके हैं।

अब केवल इमरजेंसी सेवाएं जारी

नगर निगम ने अब अपनी सभी रसोइयों से भोजन वितरण अनलॉक होते ही बंद करवा दिया है। अब केवल इमरजेंसी सेवाओं के बतौर एक जोन दीनदयल से ही रसोई संचालित होती है। गतिविधियां संचालन के साथ ही सभी कामकाज के लिए निकलने लगे हैं लिहाजा अब हर जोन से भोजन वितरण व्यवस्था को बंद कर दिया गया है।

सभी जगह से भोजन वितरण बंद

शहर में चाहे शासकीय उपक्रम हों या अशासकीय और सामाजिक संस्थाएं सभी ने शहर के अनलॉक होते ही भोजन वितरण का काम बंद कर दिया है। इससे उन लोगों को जरूर दिक्कत होने लगी है जो भीख मांगकर गुजारा करते हैं और इसी भोजन पर आश्रित हो गए थे। अब ये लोग फिर भीख मांगने में सक्रिय हो गए हैं। जहां तक मजदूरों,रिक्शा चालकों या अन्य गरीबों की बात है तो सभी अपने-अपने पुराने कामों में सक्रिय हो गए हैं और मेहनत कर अपना व अपने परिवार का पेट भरने लगे हैं।

रेडक्रॉस ने बांटी 10 हजार अनाज की किट

जिला रेडक्रॉस के द्वारा लॉक डाउन पीरियड में 10 हजार से अधिक अनाज की किट बांटी गई हैं। ये सिललिसा अभी भी जारी है। फर्क इतना है कि अब केवल डिमांड पर ही अनाज की किट दी जा रही हैं। नगर निगम के द्वारा काफी मात्रा में आटा दिए जाने के बाद यहां अब आटे की कमी नहीं है।

नगर निगम ने चैरिटी आॅन व्हील्स के जरिए जो सामग्री व अनाज एकत्र किया था उसे रेडक्रॉस सोसाइटी को भेजना शुरू करवा दिया गया है। अब केवल इमरजेंसी बतौर एक जोन से भोजन वितरण कार्य प्रारंभ है। -आशीष कुमार, आयुक्त ननि।

रेडक्रॉस सोसाइटी ने लॉक डाउन पीरियड में 10 हजार अनाज की किट वितरण की हैं। अभी भी मांगे जाने पर इनका आवंटन किया जा रहा है।ननि ने काफी मात्रा में आटा पहुंचाया है। अन्य सामग्री हम खरीद रहे हैं। -आशीष दीक्षित, नोडल अधिकारी, रेडक्रॉस सोसाइटी।