नर्मदा तट की बस्तियां भी प्यासी भटौली व दुर्गा नगर के लोग 1 किमी दूर से लाते हैं पानी

नर्मदा तट की बस्तियां भी प्यासी भटौली व दुर्गा नगर के लोग 1 किमी दूर से लाते हैं पानी

जबलपुर । इसे विडंबना ही कहा जाएगा। पूरे शहर को पानी देने वाली नर्मदा के तट के रहवासी ही पेयजल के लिए भटक रहे हैं। जलप्रदाय के नाम पर अरबों रुपए खर्च कर चुकी नगर निगम की व्यवस्था इन बस्तीवालों को पेयजल की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने में अब तक नाकाम रहे हैं। नर्मदा किनारे की बस्तियां बोर का पानी पीने और हैंडपंपों के सहारे है। इसके बावजूद यदि नर्मदा जल ही चाहिए तो उन्हें लंबा रास्ता तय कर तट तक जाना होता है और नदी से पात्र भरकर घर तक का सफर पैदल तय करना होता है। लंबे समय से यह मांग रही है मगर पता नहीं क्यों जिम्मेदारों के कानों तक यह गुहार नहीं पहुंच पाई है। गौरतलब है कि भटौली में ही नर्मदा के तट पर पक्का व व्यवस्थित विसर्जन कुंड तो बनकर तैयार है ही साथ ही 12 करोड़ रुपए से यहां पर ओपन थिएटर व संरचना तैयार हो रही है।

कहीं लाइन नहीं तो कहीं प्रेशर की समस्या

खुद ग्वारीघाट वार्ड में दर्जनों परिवारों की शिकायत रही है कि हमारे यहां पर पाइप लाइन तो है मगर प्रेशर न आने के कारण पानी नहीं मिल पाता। यहां पर ललपुर जल शोधन संयंत्र से पेयजल की आपूर्ति होती है और यह इलाका संयंत्र से सबसे नजदीकी माना जाता है। वहीं कुछ हिस्से में पाइप लाइन नहीं है और वहां पर बोरिंगों से या हैंडपंप ही पेयजल का इकलौता साधन हैं। भटौली में ऊपरी तरफ बसे परिवारों को प्रेशर न आने के कारण पानी नहीं मिलता।

नहीं हुई सुनवाई

स्थानीय जनों ने बताया कि वे बरसों से पानी की समस्या के लिए मांग उठा रहे हैं मगर किसी ने नहीं सुना। पार्षद से लेकर महापौर,अदने कर्मचारी से लेकर कमिश्नर तक वे अपनी मांग रख चुके हैं मगर उनकी कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई। ऐसे में पानी के लिए दोनों टाइम का भटकाव उनकी किस्मत बन चुका है।

फैक्ट फाइल

300 परिवार हैं जलसंकट के शिकार

पाइप लाइन है मगर पानी नहीं आता

ललपुर जलशोधन संयंत्र से आपूर्ति

बोरिंग व हैंडपंप है मगर जलस्तर नीचे गया