लापरवाही: 75 अधिकारियों-कर्मचारियों का होना था टेस्ट, पहुंचे 42

भोपाल । मनीषा मार्केट शाहपुरा स्थित नगर निगम के वार्ड कार्यालय की महिला कंप्यूटर आॅपरेटर के पॉजीटिव मिलने के बाद बिल्डिंग सील कर दी गई है। साथ ही महिला कर्मचारी के संपर्क में आए अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच के लिए तीन जगह कैंप लगाए गए। यहां 75 अधिकारीकर्मचारियों में से 42 ही जांच कराने के लिए पहुंचे। मनीषा मार्केट शाहपुरा में नगर निगम बिल्डिंग परमिशन सेल की बिल्डिंग के ग्राउंड μलोर पर वार्ड 48 के कार्यालय के साथ नागरिक सुविधा केंद्र (सीएफसी) भी है। यहां काम करने वाली महिला कंप्यूटर आॅपरेटर की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। इसके बाद सीएफसी और वार्ड कार्यालय में काम करने वाले जो महिला के संपर्क में आए थे, उन्हें क्वारेंटाइन कर दिया गया। उन अधिकारियों और कर्मचारियों की लिस्ट बनाई गई, जो इस बिल्डिंग में काम करते थे या आना-जाना था। लिस्ट में 75 नाम थे। इनके टेस्ट के लिए बुधवार को आईएसबीटी, शिवाजी नगर स्थित जोन-7 कार्यालय और कमला पार्क स्थित आचार्य नरेंद्रदेव पुस्तकालय में कैंप लगाए गए। यहां 42 अधिकारीकर्मचारी ही पहुंचे।
संक्रमण का खतरा बढ़ा कोरोना जांच के लिए लगाए गए कैंप में
कर्मचारियों के न पहुंचने का निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि वह सभीकोरोना संदिग्ध हैं, जो शाहपुरा स्थित बिल्डिंग परमिशन सेल, वार्ड कार्यालय या सीएफसी में आते-जाते थे या काम करते थे। इनकी सैंपलिंग होनी चाहिए और जब तक इनकी रिपोर्ट नहीं आ जाती, इन्हें क्वारेंटाइन किया जाना चाहिए। जिन्होंने सैंपल नहीं दिए हैं, वे अधिकारी-कर्मचारी बीमारी की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। आयुक्त के निर्देशों को हवा में उड़ा रहे हैं। इधर नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि बचे हुए अधिकारी -कर्मचारियों के सैंपल भी उनके घर जाकर लिए जाएंगे।