जेएएच में आज से चलेगी सामान्य ओपीडी

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जेएएच में आज से चलेगी सामान्य ओपीडी

ग्वालियर।  जिला अस्पताल के साथ ही जेएएच में भी गुरुवार से पहले की तरह सामान्य ओपीडी शुरू होने जा रही है। चिकित्सा आयुक्त के निर्देश के बाद लिए गए इस फैसले से कोरोना फैलने का खतरा और बढ़ गया है, क्योंकि प्रबंधन अब कोरोना मरीजों के लिए चल रही ओपडी और सामान्य रोग की ओपीडी माधव डिस्पेंसरी में चलाएगा। ओपीडी में प्रतिदिन करीब 3 हजार से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं यहीं पर कोरोना संदिग्ध मरीजों के सेंपल लिए जाने का कार्य होगा और अगर इनमें से कोई पॉजिटिव मरीज होगा तो इससे कितने लोग संक्रमित होंगे इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। सोमवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त निशांत बरबड़े ने कॉलेज प्रबंधन के साथ बैठक की थी। बैठक में उन्होंने जनरल ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए थे। आयुक्त के निर्देश मिलने के बाद गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ.एसएन अयंगर ने बुधवार को एक आदेश जारी किया है। इसमें 11 जून यानि गुरूवार से ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। आदेश की प्रति विभागाध्यक्षों के पास पहुंचते ही खलबली मच गई, क्योंकि जयारोग्य अस्पताल को शासन ने कोविड-19 हॉस्पीटल घोषित किया है। इसमें कोविड-19 के संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है। ऐसे में आधी-अधूरी तैयारियों के बीच ओपीडी शुरू करने के फैसले ने चिकित्सकों को संकट में डाल दिया है। जेएएच का एक डॉक्टर वैसे भी बुधवार को कोरोना पॉजिटिव निकल चुका है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त के निर्देश के बाद गुरुवार से सामान्य विभाग की ओपीडी पहले की तरह ही शुरू होने जा रही है। यह ओपीडी माधव डिस्पेंसी में पहले की तरह ही चलेगी। इसके साथ ही सीटी स्कैन मशीन के रूम का एसी काम नहीं कर रहा है जिसकी वजह से यहां पर जांचें नहीं हो पा रही है, जल्द यहां जांचें शुरू हो जाएगी।

सीटी स्कैन की जांच बंद, मरीज हो रहे परेशान
जेएएच ऐसे में सीटी स्कैन मशीन भी पिछले काफी दिनों खराब पड़ी है, लेकिन प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सीटी स्कैन मशीन पिछले 20 दिनों से खराब है जिसकी वजह से न्यूरो संबंधी मरीजों को रेडियोलॉजी विभाग से बिना जांच के लौटना पड़ रहा है और मरीजों को प्राइवेट तक में जांच करानी पड़ रही है। सीटी स्कैन की जरूरत अन्य मरीजों की तुलना में हेड इंजरी के मरीजों के अधिकतर पड़ती है ट्रॉमा सेंटर में जो हेड इंजरी के मरीज आ रहे हैं उनकी यह जांच नहीं हो पा रही है। केवल सीटी स्कैन की जांच ही नहीं इन दिनों मरीजों की एमआरआई की जांच भी नहीं हो रही है, अस्पताल प्रबंधन ने जो एमआरआई की जांच मशीन लगाई थी वह सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में लगाई हैं और यहां पर केवल कोविड मरीजों का ही उपचार चल रहा है।