कोविड से नहीं, बुजुर्गों को अपनों की प्रताड़ना से लगता है डर

नई दिल्ली। इस वक्त जब पूरी दुनिया कोविड-19 के खौफ के साये में जी रही है, देश के बुजुर्गों को इसका डर नहीं सता रहा। उन्हें कुछ परेशान करता है तो वह है अपने ही परिवार से मिली मानसिक यातनाएं और दुर्व्यवहार। चंपिया जो कुछ वर्षों में 90 साल की हो जाएंगी, उन्हें कोविड-19 से डर नहीं लगता। उनका कहना है कि अपने बच्चों द्वारा वर्षों तक दी गई मानसिक प्रताड़ना और शारीरिक दुर्व्यवहार ने उन्हें जीवन में किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया है। पढ़िये ऐसी चार कहानियां जिनमें अपनों की यातना सहने वाले बुजुर्ग वो दिन याद नहीं करना चाहते।