अब फिर करनी पड़ रही गार्ड की नौकरी

अब फिर करनी पड़ रही गार्ड की नौकरी

बेटे को केरल में अच्छा जॉब मिलने पर वह रोज फोन कर कहता था कि आप काम बंद कर दो। मैंने उसकी बात मानकर फरवरी में काम छोड़ दिया। मुझे भी लगा अब आराम के दिन आ गए हैं। लेकिन कोविड-19 वापस वहीं ले आया। बेटा वापस भोपाल आ चुका है। जॉब का कुछ पता नहीं। लॉकडाउन के कारण बुरी तरह परेशान हैं। गुजारा भी मुश्किल हो गया था। घर में तीन लोग हैं, खाने-पीने तक की दिक्कत आने लगी थी। आखिरकार मैं मई से वापस काम पर आ गया। शायद अभी भगवान ने आराम मेरे लिए लिखा नहीं है। अब तो बस यही आस है कि कोरोना से जो परेशानी आई है वह जल्दी से हल हो जाए। ’’ 65 वर्षीय डी हरिहरन गोविंद गॉर्डन की एक बिल्डिंग के चौकीदार हैं। बेटे की केरल में अच्छी जॉब लगने के कारण डी हरिहरन ने गार्ड की नौकरी फरवरी में छोड़ दी थी लेकिन लॉकडाउन में बिगड़े हालात के बीच अब बेटा वापस भोपाल आ गया है और डी हरिहरन को वापस गॉर्ड की नौकरी करनी पड़ रही है।