मप्र के लोगों ने हमें जरूरत के समय काम और छत दोनों दिए

भोपाल । हम हैदराबाद के रहने वाले हैं। हम पूरे लॉकडाउन में मध्य प्रदेश के नीमच में रहे। हम पेशे से कारपेंटर हैं। हम दोनों को नीमच में काम के लिए किसी ने बुलाया था। हालांकि, काम अधिक था, तो हम ट्रेन से अपनी एक्टिवा लेकर ही घर से आए थे। यहां पहुंचने के बाद एक दम सब कुछ बंद हो गया। हमें जिनके यहां पर काम करना था, उन्होंने भी मना कर दिया। ऐसे में हम कुछ भी काम नहीं कर सके। अब हम वापस अपने घर हैदराबाद जा रहे हैं। यह कहना है सुरेश देवाशीष का, जो नीमच से आंध्रप्रदेश के हैदराबाद के लिए जाते समय मंगलवार को भोपाल से गुजरे और अपनी परेशानी बताई। उन्होंने बताया कि मैं और मेरा दोस्त नेमी चंद काम करने के लिए यहां पर आए थे। बाद में यहां स्थिति बहुत खराब हो गई। कुछ दिनों बाद हमारे पैसे भी खत्म हो गए। नीमच में हम किसी के घर में ठहरे। वहां आसपास छोटा-मोटा काम किया। वहां लोगों ने हमारा बहुत ख्याल रखा। खाने-पीने का भी पूरा इंतजाम किया। करीब 2 महीने बाद अब क्योंकि माहौल ठीक हो गया है, तो हम दोनों अब अपने घर हैदराबाद वापस जा रहे हैं। हम मध्य प्रदेश के लोगों का शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होंने हमारे बुरे समय में हमारा साथ और काम भी दिया।