भोपाल के फिजिक्योर स्टार्ट अप को मिली 1 करोड़ रुपए की फंडिंग

भोपाल के फिजिक्योर स्टार्ट अप को मिली 1 करोड़ रुपए की फंडिंग
भोपाल के फिजिक्योर स्टार्ट अप को मिली 1 करोड़ रुपए की फंडिंग

I AM BHOPAL । देश को आत्मनिर्भर बनने का संदेश प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में ही दिया लेकिन भोपाल के स्टार्ट-अप इस राह पर पहले से कदम बढ़ा चुके हैं। कोविड-19 के बाद स्टार्ट-अप अपने काम में भी बदलाव कर रहे हैं ताकि वे मार्केट में बने रहे। वहीं शहर में एक ऐसा स्टार्ट-अप भी है, जिसे हाल में ही 1 करोड़ रुपए की फडिंग मिली है। फिजियो अनुभा सिंघई ने जॉब के दौरान अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को आकार दिया और उस समय उन्होंने भी नहीं सोचा था कि कोविड-19 के कारण उनका यह स्टार्ट अप बहुत प्रासंगिक हो जाएगा क्योंकि दूर-दराज से रेगुलर फिजियोथेरेपी के लिए अलगअलग सेंटर्स पर आने वाले बुजुर्ग सुरक्षा कारणों के चलते अब फिजियोथेरेपी के लिए नहीं आ सकेंगे। बात कर रहे हैं, स्टार्टअप ‘फिजीक्योर’ एप की जिसे भोपाल के ही आइओटा इंफॉर्मेटिक्स ने 1 करोड़ रुपए की फडिंग दी है।

 2000 तरह के टारगेट फिजियोथेरेपी वीडियो बना चुके है

फिजीक्योर टेलीहेल्थ सर्विसेज के जरिए लोग बिना किसी परेशानी के घर बैठे अपनी जरूरत के डॉक्टर द्वारा डिजाइन की गई एक्सरसाइज कर सकें। सभी पेशेंट्स की प्रोफाइल लेकर उनकी समस्या को देखकर टेलर्ड रिहेबिलिटेशन प्लान बनाते हैं। इसके अलावा वीडियो कॉल पर उनके एक्सरसाइज का तरीका भी चेक कर पाते हैं। अभी तक 2000 कस्टमाइज्ड एक्सरसाइज वीडियो अलग-अलग समस्याओं को टारगेट करते हुए बना चुके हैं जो कि फिजीक्योर एप पर उपलब्ध हैं। लगातार पेशेंट्स से फीडबैक भी लेते हैं ताकि जरूरी बदलाव भी व्यायाम में कर सकें। इस एप की खासियत यह है कि कहीं से भी पेशेंट्स अपाइंटमेंट ले सकते हैं। अपाइंटमेंट का लाइव स्टेट्स, एक्सरसाइज टाइम के रिमाइंडर्स, डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड, वीडियो कॉल, लैंग्वेज सपोर्ट भी इस एप पर है।

 फ्री में कराएंगे फिजियोथेरेपी...

इस एप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि कोविड-19 बने रहने तक यह एप निशुल्क सेवा देगी ताकि दूर-दराज और देश के किसी भी कोने से लोग फिजियोथेरेपी घर बैठे कर सके। लेकिन कुछ मामलों में जहां चिकित्सक का होना जरूरी है, वहां तो मरीज को अपने शहर के किसी भी सेंटर पर जाना होगा।

प्रदेश में 10 क्लीनिक और भोपाल में चार

अनुभा कहती हैं, इसके अलावा भोपाल में 10 फिजीक्योर क्लीनिक भी शुरू किए जाएंगे जिसमें से लालघाटी, शाहपुरा, कोलार रोड और होशंगाबाद के पास क्लीनिक स्पेस ले लगी गई है। इस स्टार्ट-अप के जरिए शुरुआत में 16 फिजियोथेरेपिस्ट का एम्पलॉयमेंट मिला है। अन्य सेंटर्स शुरू होने पर टीम का विस्तार होगा।

 अनुभा सिंघइ फाउंडर , फिजीक्योर

 अनुभा सिंघई कहती हैं, प्लेस्टोर पर फिजीक्योर (Physiqure) एप है, जिसका प्लान को सुनने के बाद तीन इंवेस्टर्स ने इसमें इंवेस्ट करने के लिए सहमति दी लेकिन हमने आईओटा को चुना क्योंकि हमें उनके साथ टेक्नीकल टीम भी मिल रही थी कि जो कि टेलीमेडिसिन के लिए सबसे जरूरी आस्पेक्ट है। यह फंडिंग आईओटा के फाउंडर आकाश टंडन से मिली है जो कि सीड इंवेस्टर हैं। दो साल से प्रदीप करम्बेलकर के इनक्यूबेशन सेंटर में इस पर काम चल रहा था।