एक बार इस्तेमाल होती है पीपीई किट तीन-तीन दिन पहन रहे निगम कर्मचारी

एक बार इस्तेमाल होती है पीपीई किट तीन-तीन दिन पहन रहे निगम कर्मचारी

भोपाल ।  कोरोना से जंग में सबसे आगे खड़े कोरोना वॉरियर्स सफाई कर्मचारियों की जान जोखिम में है। क्योंकि इनकी सुरक्षा इंतजाम नाकाफी हैं। स्थिति यह है कि एक बार इस्तेमाल होने वाले मास्क और ग्लव्स निगम कर्मचारियों को तीन-तीन दिन इस्तेमाल करना पड़ रहे हैं। यही हाल पीपीई किट का है, जो निगम ने कंटेनमेंट एरिया में काम करने वाले निगम कर्मचारियों को दी है। कहा गया है कि एक किट तीन दिन इस्तेमाल होगी, क्योंकि वह वॉशेबल है। लेकिन जो किट पहनकर कर्मचारी कंटेनमेंट एरिया सेनेटाइजेशन व अन्य काम कर रहे हैं, उससे हकीकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। शहर में कोरोना संक्रमण की शुरुआत के बाद भी दिन-रात साफसफाई और सेनेटाइजेशन में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सर्जिकल मास्क और ग्लव्स ही मुहैया कराए गए, कई कर्मचारियों के ये भी नहीं मिले। इधर, 18 अप्रैल को दीनदयाल रसोई प्रभारी सुभाष जोशी की रिपोर्ट पॉजीटिव आई, तब निगम की नींद टूटी और आनन-फानन में सभी कर्मचारियों की जांच कराई गई। हालांकि निगम अमले में जोशी के आगे कोरोना संक्रमण नहीं बढ़ा। कर्मचारियों को मास्क और ग्लव्स दिए गए, लेकिन स्थिति ये बनी की कर्मचारियों को मास्क और ग्लव्स को तीन-तीन दिन इस्तेमाल करना पड़ा। क्योंकि 10 हजार कर्मचारियों के बीच निगम ने 10 हजार मास्क और ग्लव्स की ही खरीदी की थी।

तीन घंटे की मियाद वाला है मास्क 

नगम के सफाई कर्मचारी दिन-रात साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन कर रहे हैं। इनके पास अपनी हिफाजत के लिए कुछ है तो वह सिर्फ मास्क और ग्लव्स। लेकिन ये मास्क और ग्लव्स भी उनकी हिफाजत कर सकेंगे, इसमें शक है। क्योंकि जिस मास्क की मियाद ही तीन से छह घंटे होती है, उसको सफाई कर्मचारी तीन-तीन दिन इस्तेमाल करते हैं।

कंटेनमेंट एरिया में जाने से इंकार किया, तब मिली पीपीई किट

कंटेनमेंट एरिया में साफ-सफाई से राशन और सब्जी पहुंचाने की जिम्मेदारी निगम कर्मचारियों की है। यहां कर्मचारी सुबह 6 से शाम 5 बजे तक तैनात रहते हैं, जबकि सब्जी पहुंचाने और राशन पहुंचाने वालों की ड्यूटी 11 से 5 होती है। ऐसे में इन्हें हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में कर्मचारियों ने कंटेनमेंट में काम करने से इंकार कर दिया था। इसके बाद दो दिन पहले 400 कर्मचारियों को निगम ने पीपीई किट दी हैं।

 अब कर्मचारियों को दिए जा रहे हैं कपड़े के मास्क 

शहर में सफाई और सेनेटाइजेशन की व्यवस्था संभालने वाले एएचओ से जब मास्क और ग्लव्स के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि अब जो मास्क और ग्लव्स आए हैं, वह अच्छी क्वालिटी के हैं। जब उनसे पूछा गया कि तो क्या पहले दिए गए मास्क और ग्लव्स खराब थे, तो उन्होंनें कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि उन्होंने बताया कि कर्मचारी मास्क दो- तीन दिन इस्तेमाल कर रहे थे। अब कपड़े के मास्क दिए गए हैं, जिन्हें धोकर बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। पीपीई किट भेजी गई है, जो वॉशेबल है।

मंगवाई 600 पीपीई किट, 10 हजार मास्क और ग्लव्स

फील्ड पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए 600 पीपीई किट के साथ ही 10 हजार मास्क और ग्लव्स मंगवाए गए हैं। पीपीई किट सिर्फ उन्हीं कर्मचारियों की दी जाती है, जो कंटेनमेंट एरिया में काम कर रहे हैं। राजेश राठौर, अपर आयुक्त, नगर निगम भोपाल