जेएएच में क्वारेंटाइन सेंटर हाटने जूडा ने फिर लिखा पत्र

Quarantine center in JAH, Hatay Juda again wrote letter

जेएएच में क्वारेंटाइन सेंटर हाटने जूडा ने फिर लिखा पत्र

ग्वालियर। जेएएच के बीचों-बीच प्रशासन द्वारा क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाने का विरोध अब तेज हो गया है, जिला प्रशासन के आश्वासन दिए जाने के बाद भी अभी तक यह सेंटर यहां से नहीं हटाया गया है। इसी की वजह से इसकी मांग करने वाले जेएएच के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जल्द से जल्द जेएएच परिसर से क्वारेंटाइन सेंटर हटाने की मांग की है। जूडा एसोसिएशन के अध्यक्ष का अनिल शर्मा कहना है कि हमने फिर से शासन को रिमांडर लेटर भेजा है और अगर इसपर जल्द फैसला नहीं लिया गया तो सभी जूनियर डॉक्टर आगे काम भी बंद कर सकते हैं। प्रशासन ने नए भवन में एक क्वारेंटाइन सेंटर तो चालू करके रखा हैं इसके साथ ही एक और हॉस्टल में सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है। जेएएच परिसर में नए हॉस्टल की बिल्डिंग को क्वारेंटाइन सेंटर है इसके ठीक पीछे गर्ल्स हॉस्टल है, जिसमें जेएएच की महिला चिकित्सक रहती है। वही हॉस्टल के आसपास कई सीनियर डॉक्टर्स के बंगले है जिससे इन्हें इससे कोरोना संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है। एमटीए भी उठा चुका है मांग जूनियर डॉक्टर की इस मांग का समर्थन जी आरएमसी का मेडिकल टीचर्स एसोसिशन भी कर चुके हैं। एमटीए के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल का कहना है कि अभी चंद दिन पहले ही प्रशासन के साथ हुई मीटिंग में प्रशासनिक अधिकारियों ने इस सेंटर को कहीं ओर शिफ्ट करने आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक यह शिफ्ट नही किया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक नए हॉस्टल की बिल्डिंग को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया है, जहां पर खौफ की वजह अस्पताल परिसर में बनाया गया वह क्वारेंटाइन सेंटर है जहां करीब एक सैंकडा प्रवासी मजदूरों को फिलहाल रोका गया है। यह वह मजदूर है जो देश के अलग-अलग रेड जोन से स्पेशल ट्रेन के जरिए ग्वालियर आ रहे है, जबकि नियम के मुताबिक क्वारेंटाइन सेंटर अस्पताल और रिहायशी क्षेत्र से दूर होना चाहिए। जबकि जेएएच हॉस्पिटल परिसर में ही क्वारेंटाइन सेंटर बना दिया गया जो कि गलत है। इसके अलावा जेएएच कोविड हॉस्पिटल है। इसके अलावा दूसरी बीमारी के मरीज भी अस्पताल में परिसर में आते है। ऐसे में यहां क्वारेंटाइन सेंटर बनाया ही नही जा सकता।