डेढ़ घंटे दर्द से तड़पती रही कर्मचारी की पत्नी, रेलवे अस्पताल ने डिलेवरी से किया इंकार

भोपाल। रेलवे अस्पताल में 9 महीने तक पत्नी का इलाज चला और डिलेवरी के समय रात डेढ़ बजे स्टाफ न होने का बहाना बनाकर लौटा दिया गया। कहा आप कहीं और ले जाइए। मैं रात करीब 12 बजे पहुंचा था, डेढ़ घंटे तक पत्नी दर्द से तड़ती रही और स्टाफ आना-कानी करता रहा। यह दर्द है छोला इलाके में रहने वाले रेलवे ट्रैकमैन राहुल पंथी की। उन्होंने रेल मंत्री को ट्वीट कर निशातपुरा स्थित रेलवे अस्पताल के स्टाफ और वहां की डॉक्टर प्रियंका की शिकायत की। राहुल ने बताया कि रेलवे अस्पताल में भर्ती किए जाने से इंकार किए जाने के बाद मैंने दो से तीन निजी अस्पतालों को कॉल किया। उन्होंने कहा कि आपके पास कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट है तो ही हम कुछ कर सकते हैं। अंतत: मैं पत्नी को भानपुर स्थित निजी अस्पताल में लेकर पहुंचा और वहां सुबह 6 बजे मुझे एक बेटा हुआ।