राज्यसभा चुनाव: दोनों पार्टियों ने किया मंथन, भाजपा की दो, कांग्रेस की एक सीट पक्की
भाजपा: अपनों को थामने, कांग्रेस में सेंध की रणनीति
भोपाल । भाजपा विधायक दल की गुरुवार रात हुई बैठक में राज्यसभा की दो सीटें जीतने पर मंथन चला। क्रॉस वोटिंग के डर के बीच भाजपा ने अपने विधायकों को थामने और कांग्रेस विधायकों में सेंध लगाने की रणनीति बनाई। वोटिंग के लिए विधायकों को मॉक पोल भी कराया गया। सभी विधायकों ने सही वोट डाले। विधायकों को सुबह साढ़े आठ बजे तक विधानसभा लाने की जिम्मेदारी उमाशंकर गुप्ता को दी गई है। वहीं पूर्व विधायक राज्यवर्धन दत्तीगांव को पार्टी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रतिनिधि बनाया गया है, जो चुनाव के दौरान मौजूद रहेंगे। नीना वर्मा अस्वस्थता के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सकीं। बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय पर्यवेक्षक प्रकाश जावड़ेकर सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक करीब दो घंटे चली। इस बीच बारिश के चलते कई बार बिजली गुल हुई। किसके पक्ष में कितने वोट: बैठक में तय किया गया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को 57 और सोलंकी को 56 विधायक वोट डालेंगे।
सिंधिया बोले- जल्द भोपाल आऊंगा, सोलंकी की आंखें नम्
भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि इस बैठक में उनके आने की इच्छा थी, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण नहीं आ सके। वे जल्द भोपाल आएंगे और हम सब मिलकर काम करेंगे। पार्टी के दूसरे उम्मीदवार सुमेर सिंह सोलंकी संबोधन के दौरान भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी बकरी चराया करते थे। आज उनका फोन आया था, उन्होंने बताया कि आज बोनी हो गई है और तुम्हारा चुनाव परिणाम कब आएगा। सोलंकी ने कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है, जो सभी को साथ लेकर चलती है।
दोनों उम्मीदवार काफी अच्छे
दोनों उम्मीदवारों का चयन काफी अच्छा है , मैं शुभकामनाएं देता हूं। शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने। उन्होंने जिस तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, वो एक मॉडल है। प्रकाश जावडेकर, केंद्रीय पर्यवेक्षक
लोग पूछते थे कब गिरेगी
सरकार 15 महीने तक रही कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया। प्रदेश की जनता इतनी त्रस्त हो चुकी थी कि जहां भी जाते थे, पूछती थी कि ये सरकार कब गिरेगी। शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री
कांग्रेस: दिग्विजय को 52 की जगह वोट देंगे 54 विधायक
भोपाल । कांग्रेस ने चुनाव से एक दिन पहले बी प्लान के तहत एक सीट सरेंडर कर दी। क्रॉस वोटिंग की आशंका के चलते पार्टी ने दिग्विजय सिंह को राज्यसभा भेजने के लिए 52 की जगह 54 विधायकों को वोट डालने के निर्देश दिए। वहीं फूल सिंह बरैया को 38 वोट मिलेंगे। कहीं कोई चूक न हो जाए, इसलिए दो अतिरिक्त विधायकों को दिग्विजय को ही वोट करने को कहा गया है। इधर देर रात कांग्रेस ने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया। गुरुवार को विधायक दल की बैठक प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मुकुल वासनिक की मौजूदगी में कमल नाथ के बंगले पर हुई। इसमें एक दिन पहले बैठक से गायब पांचों विधायक केपी सिंह, लक्ष्मण सिंह, रवि जोशी, हिना कावरे पहुंचे। कुणाल चौधरी कोरोना संक्रमित होने के कारण नहीं आए। ये सभी बुधवार को विधायक दल की बैठक में मौजूद नहीं थे। हालांकि लक्ष्मण सिंह बैठक शुरू होने से पहले ही चले गए। बताया जा रहा है कि वे दिग्विजय सिंह की किसी बात पर नाराज हो गए थे। केपी सिंह ने बैठक के बाद कहा, वे नाराज नहीं है।
मॉक पोल: 89 विधायकोें ने वोट डाले, पांच भाजपा को गए
मॉक पोल में कांग्रेस के 89 विधायक शामिल हुए। गलती से पांच विधायकों के वोट भाजपा को चले गए । वहीं विधायक उमंग सिंघार और कुणाल चौधरी बैठक में नहीं पहुंचे, जबकि लक्ष्मण सिंह पहले ही चले गए थे। इधर, बसपा,सपा और निर्दलीय विधायकों ने बैठक से दूरी बनाई। बुधवार को दिन में कांग्रेस की बैठक में निर्दलीय विधायक केदार सिंह राणा और सुरेंद्र सिंह शेरा पहुंचे थे, लेकिन रात में भाजपा के साथ दिखे । इधर, दिग्विजय सिंह सीहोर स्थित चिंतामन सिद्ध गणेश मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की।
जनता में आक्रोश है
जनता में उन लोगों के प्रति आक्रोश है, जिन्होंने धोखा देकर जनमत से चुनी हुई कांग्रेस की सरकार को गिराया। राज्यसभा चुनाव के बाद उपचुनाव की तैयारियां प्रारंभ करेंगे। मुकुल वासनिक, प्रदेश प्रभारी, कांगे्रस
चुनाव के जरिए देंगे संदेश
राज्यसभा चुनाव के बाद हमें 24 उपचुनाव के लिए जुटना है। इसके परिणाम एक संदेश के रूप में होंगे कि षड्यंत्र कर चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया गया है। कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री