बाजार कार्यालयों और सड़कों पर लौटी रौनक नियम मानने से परहेज

जबलपुर । लॉक डाउन के अन लॉक डाउन में तब्दील होने से बाजार,सरकारी व निजी कार्यालयों और सड़कों पर भीड़ ने सामान्य दिन समझकर निकलना चालू कर दिया है। हालाकि प्रशासन ने अन लॉक डाउन के लिए काफी विस्तृत गाइडलाइन तैयार की थी और इसका पालन अनिवार्य बताया था मगर इसका पालन नहीं हो रहा है,जिसकी मॉनीटरिंग कठिन हो गई है। ले-देकर पुलिस ही मैदान में है जो अपनी तरफ से भरसक प्रयास भी कर रही है मगर स्थिति उसके नियंत्रण से भी बाहर नजर आ रही हैं। सरकारी व निजी कार्यालयों में कर्मचारी पहुंचने लगे हैं। नगर निगम,कलेक्ट्रेट,जेडीए जैसे कार्यालयों में कर्मचारी नजर आए। यहां पर अपने काम-काज के लिए लोग भी पहुंचने लगे हैं। यहां तो सोशल डिस्टैंसिंग मेंटेन हो रही है और कर्यालयों को सेनिटाइज भी किया जा रहा है। निजी प्रतिष्ठान भी यथा संभव सुरक्षा बरत रहे हैं। सभी के यहां सेनिटाइजेशन की व्यवस्था भी की गई है। बस बाजारों में नियंत्रण नहीं हो पा रहा है जहां लोग खरीददारी के लिए उमड़ रहे हैं। ये रहा नजारा मंगलवार को मुख्य बाजारों में भीड़ रोज की तरह लगी रही। यहां पर दुकानों में सोशल डिस्टैंसिंग का बिलकुल पालन नजर नहीं आया। प्लास्टिक के स मान की दुकानों,कपड़ों की दुकानों में लोग पास से खरीददारी करते रहे। दुकानों में सेनिटाइजेशन नहीं करवाया जा रहा है। वाहनों की रेलमपेल भी जरूरत से ज्यादा दिखी। किराना व दवा दुकानों में भी यही हालत दिख रही है। फुटपाथ पर लगे बाजार भी गुलजार दिखे जिनमें लोग खरीददारी करते रहे इनसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना चुनौती बना हुआ है।
ट्रैफिक सिग्नल चालू हुए
शहर के सभी चौराहों तिराहों पर ट्रैफिक सिग्नल भी चालू कर दिए गए हैं। जिसके कारण जरूरत से ज्यादा ट्रैफिक न होने के बाद भी लोगों को इन पर खड़ा रहना पड़ रहा है। यह सही है कि बाजारों में भीड़ बढ़ी है इसके बाद भी सड़कों पर अभी उतनी भीड़ भी नहीं है जिसके कारण ट्रैफिक सिग्नल चालू करने पड़ें।
पुलिस करवाती रही आड-ईवन का पालन
प्रशासन ने आड-ईवन का पालन करना अनिवार्य किया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन व नगर निगम जुटा है। जो दुकानदार इस नियम का पालन नहीं कर रहा है उसका चालान काटा जा रहा है। नंबरिंग काफी जगह हो चुकी है लिहाजा उल्लंघन करने पर बाजू वाले दुकानदार ही दुकान खोलने वाले की शिकायत कर देते हैं। इसको लेकर विवाद भी सामने आए हैं।